जिले में सामने आई केरला स्टोरी की एक और कहानी

धर्म छिपाकर युवती को फसाया प्रेमजाल में, ब्लैकमेल कर धर्मांतरण के लिए बनाया दबाव




दमोह। दि केरला स्टोरी की कहानी की तरह जिले में एक मामला और सामने आया है, जिसमें एक अनुसूचित जाति की एक युवती को एक मुस्लिम युवक द्वारा अपनी पहचान छिपाकर व दूसरे नाम का उपयोग कर अपने प्रेम जाल में फसाया गया और इस दौरान उनके बीच संबंध भी बन गए। बाद में युवती को आरोपी युवक की असली पहचान पता चली तो युवक ने पूर्व में बनाए गए एसएमएस व खीची गई तस्वीरों से उसे ब्लेकमेल करना शुरु कर दिया। आरोप यह भी है कि युवक द्वारा पीडि़ता से शादी के साथ धर्म बदलने का भी दबाव बनाया। इन हालातों में पीडि़ता नौकरी छोडक़र अपने घर दमोह बापस लौटी, लेकिन फिर भी युवक द्वारा दबाव बनाना नहीं रुका जिसके बाद उसने अपनी आपबीती सुनाई, जिसपर कुछ लोगों के सहयोग से वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और मामले में आवेदन दिया और पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर महिला थाना में मामला दर्ज कर जांच शुरु की गई है।


चंगुल से छूटकर आई युवती ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत, मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस


गारमेंट फैक्ट्री में हुई थी मुलाकात
सामने आई जानकारी अनुसार नगर की एक युवती लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व कौशल विकास योजना के तहत जॉब पाकर बेंगलरु की एक निजी गारमेंट फैक्ट्री में कार्य करने के लिए गई थी। इस दौरान उसकी पहचान उसके साथ कार्य करने वाले युवक से हुई जो करीब ४ वर्ष से उक्तजगह कार्य कर रहा था और उसके द्वारा युवती को अपना नाम राजू बताया। दोनो की बीच पहचान के बाद नजदीकियां बढ़ते हुए दोनो के बीच प्रेम संबंध भी बन गए। युवती भी युवक को अपने जीवन साथी के रूप में देखने लगी। इसी दौरान एक दिन पीडि़ता ने युवक के आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों को देखा तो उसे पता चला कि जिस युवक द्वारा अपना नाम राजू बताया है, वह दरअसल में असम का निवासी उमर फारूख है। अपने साथ हुए इस धोखे के बाद युवती को समझ आया कि वह लव जिहाद का शिकार हो चुकी है जिसके बाद उनके खुद को बचाने के लिए आरोपी से दूरी बना ली। हैरानी की बात यह है कि युवती से प्रेम संंबंध बनाए जाने के दौरान आरोपी पूजा पाठ का भी दिखावा करता रहा जिससे पीडि़ता उस पर संदेह नहीं हुआ।


दूरी बनाते ही शुरु हुआ ब्लेकमेलिंग का खेल


आरोप है कि जैसे ही पीडि़ता ने आरोपी युवक से दूरी बनाई, उसने पीडि़ता के साथ मारपीट व ब्लेकमेलिंग शुरु कर दी। इस दौरान उसके द्वारा पीडि़ता के सभी दस्तावेज व उसके खाते के रूपए भी उससे ले लिए। वहीं प्रेम संबंधो के दौरान आरोपी द्वारा बनाए गए एमएमएस व फोटो से भी वह उसको ब्लेकमेल करने लगा और घर बापस लौटने पर जान से मारने की धमकी भी देने लगा है। पीडि़ता का कहना यह भी है कि आरोपी ने उसका फोन भी हैक कर लिया था जिससे दमोह में जो भी बात होती थी उसकी जानकारी उसे लग जाती थी। वहीं लगभग ७ महिने इसी तरह परेशान होने के बाद जैसे तैसे पीडि़ता बैंगलरु से बापस लौटी और उसके बाद यह कहानी सामने आई।

दमोह आने पर भी ऑडियों मैसेज से धमकाया


पीडि़ता के सहयोग के लिए सामने आए लोगों की माने तो आरोपी हैकिंग जानता है और उसके चलते उसने पीडि़ता से जुड़े नम्बर की जानकारी लेकर उन नम्बरों पर पीडि़ता के अश्लील मैसेज भेजने शुरु कर दिए। वहीं पीडि़ता जब आरोपी के चंगुल से छूटकर दमोह बापस लौटी, तब भी उसे आरोपी द्वारा उसे डराया धमकाया जाता रहा और उसकी शिकायत करने पर उसे बदनाम करने की बात कहता रहा। २० जून को आरोपी ने उसे ऑडियो मैसेज भेजकर उसके साथ आने और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाया और ऐसा ना होने पर उसे झूठे आरोपों में फंसाने और उसकी जिंदगी बर्बाद करने की बात कही, जिसके बाद पीडि़ता काफी डर भी गई। वहीं आरोपों को माने तो आरोपी जाकिर नाइक सहित इस्लामिक स्कॉलर्स का फॉलोअर है और आंतकवादी संगठनों से भी उसके संबंध है जिसकी जांच पुलिस कर रही है।


शिकायतों के संबंध में पुलिस ने शुरु की जांच


सामने आए इन गंभीर आरोपों और शिकायतों के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। जो भी शिकायतें पीडि़ता द्वारा की गई है उसके अनुसार धाराएं दर्ज कर ली गई है और पीडि़ता को भेजे गए ऑडियों मैसेज व अन्य सामग्रियों को भी पुलिस ने जांच में लिया है। पुलिस की प्राथमिक जांच के बाद मामले की अन्य बिंदुओं की जांच के लिए पुलिस बैंगलरु के चंदानगर थाना पुलिस से भी संपर्क करने की बात कह रही है। ऐसे में जल्द ही इस मामले की पर्ते खुलने की संभावना है।


मामले की जांच शुरु कर दी गई है। चूकि मामला दूसरे राज्य का है और पीडि़ता ने वहां से आकर शिकायत दर्ज कराई है तो जो शिकायतें प्राप्त हुई है, उसपर जांच कर संबंधित थाना को भी भेजा जाएगा। जो भी तथ्य निकलकर सामने आते है उस अनुसार कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।

राकेश कुमार सिंह
पुलिस अधीक्षक दमोह


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