लंपी रोग से ग्रस्त गौवंशो की हालत पर गुस्साए गौसेवक भैंस लेकर पहुंचे ज्ञापन देने

पशु चिकित्सा विभाग पर उदासीनता के आरोप लगाकर कहा भैंस के आगे बजा रहे बीन

दमोह। जिले में पशुओं में फैल रही लंपी वायरस सहित अन्य बीमारियों और सडक़ों पर घूम रहे आवारा पशुओं के हालात पर गौ सेवकों में खासा रोष व्याप्त है और उनका आरोप है कि स्थितियों को देखते हुए पशु चिकित्सा विभाग इस ओर उदासीन बना हुआ है। इसी विरोध और गुस्से के चलते मंगलवार को गौ सेवकों का समूह कलेक्टर के नाम ज्ञापन देने पहुंचा। इस दौरान खास बात यह थी कि ज्ञापन देने पहुंचे लोग अपने साथ भैंसो को भी लेकर गए थे जिन पर पशु चिकित्सा विभाग के पंपलेट चिपके हुए थे।

भैसों को साथ खड़ा कर सौंपा ज्ञापन

इस दौरान समस्त हिंदू सामाजिक संगठनों के बैनर तले कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए युवाओं ने मांग की कि शहर में पशुओं के बीच फैली लंपी वायरस के बाद भी पशु चिकित्सा विभाग द्वारा की जा रही लापरवाही के चलते गौ सेवक अपने ही खर्चे पर पशुओं का इलाज कर रहे है और जब स्थितियों को देखते हुए उनके द्वारा पशु चिकित्सा विभाग को सूचना दी जाती है तो कर्मचारी अधिकारी कार्य करने आगे नहीं आती, जिससे लगातार पशुओं की मौत हो रही है। इसके अलाव कसाई खाने में कट रहे गौवंश, बीमार व घायल गौवंशो को रखने के लिए किसी भी गौशाला में स्थान ना मिलना सहित सडक़ों पर पशु मालिकों द्वारा छोड़े जाने बाले पशुओं के मालिकों पर कार्यवाही ना किए जाने जैसे मुद्दो को उठाया गया। वहीं इस दौरान जब अधिकारी गौसेवकों से ज्ञापन देने आए तो आक्रोशित युवाओं ने भैंस को साथ खड़ा कर अपना ज्ञापन उन्हें सौंपा।

युवाओं का आरोप भैंस के आगे बजा रहे बीन

अपने इस अनोखे प्रदर्शन पर ज्ञापन में शामिल युवाओं का कहना था कि वह लगातार अपने ज्ञापन से प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते है और उनके ज्ञापन को लेकर रद्दी बना दिया जाता है। ऐसे हालातों में भैंस के आगे बीन बजाने बाली कहावत सही साबित हो रही है। उनका आरोप यह भी था कि इस मामले में भी ज्ञापन के बाद कोई कार्यवाही की जाएगी इस पर संशय है।

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