सम्मलित प्रयासों से तडक़े बुझाई जा सकी आग, 60 लाख से अधिक का नुकसान
दमोह।नगर के कचौरा बाजार स्थित सब्जी बिक्रेताओं को हॉकर्स जोन में सोम-मंगल की रात करीब 3 बजे आग लग गई। आग लगने की जानकारी जब तक अन्य लोगों को होती तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। ऐसे में जब तक स्थानीय लोगों सहित पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया आग कांम्पलेक्स की ओपन इमारत को पूरी तरह अपनी चपेट में ले चुकी थी और हालात यह बने कि आग बुझते बुझते वहां रखे सब्जी, फल व सब्जी बिक्रेताओं को अन्य सामान जलकर खाक हो चुका था। पीडि़तों की माने तो घटना में लगभग 60 से 17 लाख रूपए का नुकसान हो हुआ है। मामले की जांच पुलिस कर रही है और घटना का वास्तविक कारण फिलहाल अज्ञात है और अंदाजा लगाया जा रहा है कि शार्ट सर्किट के चलते यह घटना सामने आई।
देर रात सामने आई घटना
अनुसार कचौरा मार्केट में लगभग 5 वर्ष पूर्व सब्जी विक्रेताओं के लिए हॉकर्स जोन बनाया गया था। यहां सब्जी व्यापारियों को बैठकर व्यापार करने सहित सामान रखने की भी व्यवस्था है। इसी के आसपास कई अन्य फल व सब्जियों के थोक व्यापारी भी अपनी दुकान जमाए हुए है। प्रतिदिन की तरह यहां रात में दुकाने बंद होने के बाद चहल पहल समाप्त हो गई, और रात करीब ३ बजे लोगों ने यहां आग की लपटे उठती देखी। ऐसे में आसपास मौजूद लोग आग को देखने पहुंचे लेकिन आग तेजी से फैलने लगी। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दिए जाने पर मौके पर पुलिस पहुंची और पुलिस ने दमकल को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग को बुझाना शुरु किया जिसके बाद सुबह करीब 7 बजे आग बुझाई जा सकी।
इमारत को पहुंचा भारी नुकसान
आग बुझने के बाद वहां रखी सब्जियां, फल और उनके रखने बाली कैरेट तो पूरी तरह जल चुकी थी। वहीं हॉकर्स जोन की इमारत को भी खासी छति पहुंची है। बिल्डिंग का प्लॉस्टर आग में जल गया है जिसके चलते उसकी छत और पिलर को भी खासा नुकसान हुआ है। चूकि हाकर्स जोन चारों ओर से खुला हुआ था और दीवारें ना होने के चलते उसकी आग बुझाने में आसानी रही, यदि इमारत बंद होती तो आशंका थी कि इमारत को और भी ज्यादा नुकसान होता। घटना में जहां 20 से ज्यादा फल विक्रेताओ और इसके अलावा सब्जी विक्रेताओं को भी भारी नुकसान होना बताया जा रहा है। वहीं मौके पर मौजूद सब्जी व फल व्यापारी अक्षय, विशाल, आजाद आदि ने बताया कि प्रत्येक व्यापारी का नुकसान 7 से 8 लाख रूपए का है जिसके चलते संयुक्तनुकसान काफी ज्यादा है। हालाकि गनीमत यह रही कि इस मामले में कोई भी जनहानि सामने नहीं आई है। पुलिस द्वारा मामले की जांच करते हुए आग लगने के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
इनका हुआ नुकसान
मामले के सामने आई जानकारी अनुसार संचालक विनय खटीक विनायक फ्रूट कंपनी का 5 से 7 लाख, अक्षय खटीक का एकाग्र फ्रूट कंपनी का 10 से 15 लाख, अजय खटीक का मां फ्रूट कंपनी तीन से चार लाख, जगदीश खटीक मॉ फ्रूट कंपनी का एक से दो लाख,तीरथ खटीक तीरथ फ्रूट कंपनी का एक से डेढ़ लाख, मनोज राजा खटीक का (लकी फ्रूट कंपनी), जगदीश सेन की सैलून दुकान, मजदूर सतीश के दो हाथ ठेला, लालचंद अहिरवार का एक हाथ ठेला और भी सामान,लाखों का लेखा-जोखा जलकर खाक हुआ है. मामले को लेकर एसडीएम आरएल बागरी ने भी घटना के संबंध में जानकारी ली और तहसीलदार मोहित जैन, आरआई अभिषेक जैन को भेजकर आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देश दिए.जहां तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक ने पहुंचकर पीड़ितों से जानकारी ली.
सीख लेना जरूरी
उल्लेखनीय है कि नगर के कचौरा फल सब्जी बाजार सहित कई अन्य बाजार ऐसे है जो सकरे होने के साथ साथ आग लगने की स्थिति में सुरक्षा इंतजामों से दूर है। नगर के मानस भवन, टोपी लाइन, पान बाजार सहित कई स्थान सकरे है और यहां दुकानों की भरमार भी है। ऐसे में इस घटना से यह सीख लेना जरूरी है कि यहां आग से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाए ताकि ऐसी अप्रिय घटनाओं की पुर्नावृत्ति ना हो।