एंबुलेंस और स्कूली वाहन सहित दर्जनों वाहन फसे जाम में.व्यवस्थाओं पर किरकिरी होते देख पुलिस अधिकारियों ने दिए जांच के निर्देश
दमोह। चुनाव नामांकन प्रक्रिया के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर के आसपास की गई पुलिस प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं गुरुवार को नामांकन प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवार समर्थकों की भीड़ के बीच हालत यह बने की जाम की स्थिति बन गई। इस दौरान एक एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही जिसे बाद में बा मुश्किल बाहर निकल गया।
चुनावी प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के लिए पुलिस प्रशासन जिस तरह के दावे कर रहा है वह दावे जमीन पर नजर नहीं आ रहे है। ऐसे ही हालात गुरुवार को देखने को मिले जब नामांकन फार्म जमा करने के दौरान पथरिया के बसपा उम्मीदवार शक्ति प्रदर्शन करते हुए समर्थकों की भीड़ लेकर पहुंच गई।
मौके पर पुलिस थी……
यातायात प्रहरी थे……
और भीड़ एकत्रित ना किए जाने के निर्देश भी..
लेकिन …
फिर भी किसी ने इस और ध्यान देना या उम्मीदवार समर्थकों को रोकना जरूरी नहीं समझा, जिसका परिणाम यह हुआ कि कलेक्ट्रेट के चंद कदमों पर भारी जाम की स्तिथि बन गई.. और जाम में एंबुलेंस भी फस गई।
इस दौरान स्कूली बच्चे भी जाम में फसे रहे और वाहन चालक व्यवस्थाओं पर सबाल करते नजर आए ..
वहीं इस तरह की आराजकता की स्थिति को देख पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी आमजन की नाराजगी झेलनी पड़ी हालांकि वह खुद को अनभिज्ञ बताते हुए कार्रवाई की बात कहते रहे.
मामला सुर्खियों में आते ही रात में पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए और अगले 24 घंटे में जांच कार्यवाही कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने की बात की जा रही है। लेकिन प्रश्न यह है कि आखिर इस तरह की हालत बनने और प्रशासन की किरकिरी होने का इंतजार क्यों किया गया।