आपस में भिड़े महिला और पुरुष जेल प्रहरी, बीच बचाव करने में एक प्रहरी हुआ घायल

कोतवाली पुलिस ने दोनो पक्षों ने दिया आवेदन, पुलिस जुटी जांच में

दमोह। जिला जेल में मंगलवार को एक बड़ा विवाद सामने आया है जिसमें जेल में पदस्थ एक महिला प्रहरी व एक पुरुष प्रहरी के हाथापाई हो गई। इस विवाद के दौरान बीच बचाव करने आए जेल के एएसआई भी घायल हो गए जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां एक ओर विवाद को लेकर दोनो पक्षों द्वारा कोतवाली में एक आवेदन देते हुए मामले में कार्यवाही की मांग की गई है, जिस पर कोतवाली पुलिस ने मामला जांच में लिया है।प्राप्त जानकारी अनुसार जिला जेल में पदस्थ महिला प्रहरी रजनी प्रजापति का किसी बात को लेकर जेल में पदस्थ प्रहरी राजकुमार शाक्य से विवाद चल रहा था। बताया जाता है कि पूर्व में प्रहरी द्वारा महिला प्रहरी की शिकायत भी न्यायालय में की थी। वहीं मंगलवार को अपने पति के साथ ड्यूटी पर पहुंची महिला प्रहरी का विवाद फिर दूसरे प्रहरी से हो गया और इस दौरान उनके बीच मारपीट शुरु हो गई। वहीं विवाद का शोर सुनकर वहां पदस्थ एएसआई प्रीतम लाल पहुंचे तो बीच बचाव के दौरान उसे भी हाथ में चोट आ गई। जिसे बाद में मौजूद अमले के द्वारा बाइक से जिला अस्पताल में ले जाया गया जहां उसका इलाज किया गया।

दोनो पक्षों के है गंभीर आरोप

मामले में दोनो पक्षों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है। महिला प्रहरी की माने तो पुरुष प्रहरी कई बार उसे धमकी देता रहा है और उसके द्वारा मेरी झूठी शिकायतें भी अलग अलग स्थानों पर की जाती रही है। वहीं मंगलवार को जब वह छुट््टी से लौटकर अपने पति के साथ जिला जेल में आमद देने जा रही थी तो इस दौरान महिला के पति द्वारा शिकायतें करने का कारण पूछे जाने पर प्रहरी द्वारा अभद्रता शुरु कर दी और अपने पास रखी रायफल निकालकर उसे मारने का भी प्रयास किया गया। महिला का आरोप है कि प्रहरी द्वारा उसके साथ मारपीट भी की गई और महिला का कहना है कि प्रहरी से उसकी जान को भी खतरा है। वहीं दूसरी ओर पुरुष प्रहरी की माने तो उसके द्वारा ५ महिने पहले रजनी प्रजापति की ड्यूटी के दौरान वैश्यावृत्ति जैसी घटनाओं के चलते इसकी शिकायत दर्ज कराई थी जिसकी जांच जारी है। मंगलवार को उसकी ड्यूटी पर तैनाती के दौरान महिला प्रहरी व व सशस्त्र सेना में पदस्थ उसके पति आए आकर मारपीट करते हुए उसकी रायफल छीनने का प्रयास करते हुए इस दौरान उसकी वर्दी को फाड़ दिया गया है। वहीं उसका आरोप है कि उसके द्वारा जेल अनियमितताओं की शिकायत किए जाने के चलते जेल में पदस्थ अमला उसके खिलाफ साजिश रच रहा है।

जेल प्रबंधन ने बताया सामान्य घटना

जहां एक ओर जेल प्रहरियों का विवाद में एक व्यक्ति के घायल होने और शिकायत पुलिस तक जाने की स्थिति बन गई। वहीं दूसरी ओर जेल प्रबंधन इसे बड़ा मामला नहीं मान रहा। विवाद के संबंध में जेल अधीक्षक सीएल प्रजापति का कहना है कि मामला दोनो पक्षों के व्यक्तिगत विवाद से जुड़ा हुआ है और दोनो पक्षों को बुलाकर समझाइस व चेतावनी दे दी गई है। वहीं विवाद में घायल हुए प्रहरी के संबंध में उनका कहना था कि विवाद में बीच बचाव करते हुए मामूली चोट उसे लगी है जिसे घायल नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में सार्वजनिक रुप में सामने आए विवाद और एक दूसरे पर लगाए जा रहे गंभीर आरोपों को लेकर जेल प्रबंधन कितना गंभीर है यह समझा जा सकता है। हालाकि जेल परिसर में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की बात कही जाती है, ऐसे में पुलिस भी सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग के आधार पर जांच की बात कह रही है और जांच में जो भी सामने आएगा।

विवाद को लेकर दोनो पक्षों ने आवेदन दिया है। आवेदन की शिकायत के आधार पर मामला जांच में लिया गया जाएगा और जेल के सीसीटीवी कैमरे भी देखे जाएंगे।

विजय राजपूत,
कोतवाली थाना प्रभारी

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