संयुक्त प्रेस वार्ता में कांग्रेस के आरोपों का ही खंडन करते नजर आए आप जिला अध्यक्ष
दमोह। लोकसभा के चुनावी समर में जीत के लिए अब सभी सियासी दल एड़ी चोटी का जोर लगाते नजर आ रहे हैं। पिछले 35 वर्षों से भाजपा के पाले में रखी दमोह लोकसभा में इस बार भी सीधी टक्कर कांग्रेस से ही है , लेकिन इंडि गठबंधन के चलते इस बार आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी जैसे सियासी दल भी कांग्रेस के साथ ही खड़े दिखाई दे रहे हैं। लेकिन कई मौकों पर गठबंधन के दलों के बीच भी अलग-अलग विचारधारा स्पष्ट दिखाई दे जाती है जो एक दूसरे का ही खंडन करती नजर आती है। ऐसे ही हालात मंगलवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित आप और कांग्रेस की संयुक्त प्रेस वार्ता में नजर आए जिसमें आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी कांग्रेस के आरोपों का ही पूरी तरह खंडन करते नजर आए और इस दौरान वह भाजपा सरकार की योजनाओं की भी जाने अनजाने में तारीफ कर गए।
विधानसभा की प्रचंड जीत में बताई योजनाओं की भूमिका
दरअसल आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष चंद्र मोहन गुरु जब पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा पर ईवीएम हैक किए जाने के आरोप लग रहे थे। इस दौरान दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत को डिफेंड करने के लिए उन्होंने यह शगुफा छेड़ा कि भाजपा महज लोकसभा के चुनाव और गुजरात विधानसभा के चुनाव में ही ईवीएम हैकिंग का प्रयोग करती है। ऐसे में जब उनसे मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव में भाजपा की प्रचंड और ऐतिहासिक जीत के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा की चुनाव के दौरान लाड़ली बहिना योजना और किसान सम्मान निधि की राशि लोगों के खाते में आने के चलते जनता भाजपा के पक्ष में चली गई जिससे उन्हें यह प्रचंड जीत मिली। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जहां आजकल लोग 10 रूपये के लिए भी किसी को वोट दे देते हैं तो इन योजनाओं की राशि से तो लोग भाजपा को वोट देते ही।
कांग्रेस बताती है ईवीएम हैकिंग को वजह
उल्लेखनीय है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में अपनी सबसे बड़ी हार और जिले की चारों विधानसभा सीट गंवाने के बाद कांग्रेस द्वारा लगातार ही चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए थे। अपनी इस हार का और भाजपा की प्रचंड जीत का कारण ईवीएम को ही बताया गया था। हालत यह तक बने थे कि कांग्रेस ने हार की समीक्षा बैठक में ईवीएम हैकिंग के आरोप लगाते हुए यह तक विचार किया गया था कि यदि लोकसभा का चुनाव ईवीएम से होता है तो पार्टी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करे।
कांग्रेस पदाधिकारी ने जताया विरोध
संयुक्त पत्रकार वार्ता में आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी के इस बयान पर कांग्रेस भी नाखुश नजर आई और बीच में ही वहां मौजूद एक कांग्रेस पदाधिकारी ने आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी पर ही यह प्रश्न उठा दिया कि यदि योजनाओं के दम पर भाजपा को यह भारी भरकम जीत मिली है तो प्रदेश के गृहमंत्री अपना चुनाव कैसे हार गए हालांकि इस दौरान वहां मौजूद पूर्व विधायक अजय टंडन सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी ने उन्हें शांत कर दिया लेकिन बयानबाजी के दौर में यह स्पष्ट हो गया कि भले ही भाजपा को रोकने के लिए सियासी दल आज एक साथ मैदान में हो लेकिन उनकी विचारधारा आज भी गठबंधन के अनुसार नहीं चल पा रही है।