हिंदूवादी संगठनों के ज्ञापन के बाद हरकत में आया प्रशासन दो स्थानों पर मिले संदिग्ध हालात
कमरे में खून के निशान तो बोरे में मिला मांस
दमोह।जिले में लगातार सामने आ रही गौ तस्करी और गौ हत्याओं की शिकायतों के बाद हिंदूवादी संगठनों में खासा रोष देखा जा रहा था और इसी के चलते सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने गौ तस्करी सहित अन्य बिंदुओं को लेकर पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था और दूसरी ओर सोमवार रात सोशल मीडिया पर सीताबावड़ी के समीप एक कुएं में गोवंश के अवशेष डाले होने की बात भी सामने आई थी। इन दोनों ही स्थितियों के बाद ही पुलिस प्रशासन तेजी से हरकत में आया और मंगलवार को गौ तस्करी सहित अनेक अपराधिक गतिविधियों में लिप्त चार आरोपियों के घरों पर कार्यवाही करते हुए उनके अवैध निर्माणों को तोड़ा गया हालांकि इस दौरान जो हालात सामने आए वह चौंकाने वाले थे।
भारी भरकम अमले के साथ की कार्यवाही
मंगलवार सुबह से ही पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न थाना क्षेत्र के पुलिस बल और विभागीय कर्मचारियों की टीम के साथ कार्यवाही के लिए मैदान में उतर पड़े। इस दौरान कार्यवाही के लिए चिन्हित किए गए चार आरोपियों द्वारा किए गए निर्माण को जेसीबी और नगर पालिका अमले की सहायता से तोड़ा गया। कार्यवाही के लिए गठित की गई तीन टीमों ने परवेज पिता इदरीश कुरैशी निवासी कसाई मंडी दमोह, कलु कुरैशी निवासी सीताबावडी दमोह, नसीम पिता इदरीश कुरैशी निवासी कसाई मंडी दमोह, शाबिर कुरैशी निवासी बिलवारी मोहल्ला दमोह के अतिक्रमण हटाए गए।
रिकॉर्ड में आदतन अपराधी
पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी के अनुसार उपरोक्त चारों व्यक्ति कोतवाली, दमोह देहात थाना अंर्तगत शांति भंग करने, मारपीट एवम गौतस्करी जैसे कई अपराधों में संलिप्त रहें। अतिक्रमण कार्यवाही हेतु नगर पालिका दमोह प्रशासन द्वारा अतिक्रमणकारियों को 05 दिवस पूर्व नोटिस तामील किए गए थे इसके बाद आज सुबह कार्यवाही कर अतिक्रमण हटाए गए।
मौके पर दिखी हैरान कर देने वाली स्थिति
पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही के दौरान जो हालात सामने आए वह जिले में अपन अपराधियों के बुलंद हौसलों को दिखाया रहा था। दरअसल चैनपुरा चमड़ा फैक्ट्री के समीप की गई एक कार्यवाही के दौरान एक सूने घर के अंदर फर्श पर रक्त के निशान के साथ कमरे के अंदर ही गोबर आदि डला नजर आया। इसके अलावा उसी घर के अंदर एक प्लेटफार्म सहित एक अंधेरे कमरे में तेज दुर्गंध भी आ रही थी, जिससे यह स्पष्ट था कि यहां किसी प्रकार का अनैतिक कार्य जारी था। हैरानी की बात यह है कि फर्श पर पड़े रक्त के संबंध के वहां मौजूद किसी भी पुलिस प्रशासन के अधिकारी ने जांच करना उचित नहीं समझा और अतिक्रमण को गिरा दिया गया।
रिहायसी इलाकों में ऐसे हालात
वर्तमान हालातो को देखकर या स्पष्ट समझा जा सकता है कि भले ही पुलिस प्रशासन ने गोवंश की सुरक्षा हेतु आदतन अपराधियों को चिन्हित किया है, लेकिन स्थानीय लोग भी ऐसे अपराधियों को संरक्षण देने में पीछे नहीं है। दरअसल जिन स्थानों पर यह कार्रवाई की गई वह रिहायशी इलाके है और इन सभी निर्माण से लगकर दूसरे लोग भी निवास कर रहे थे। लेकिन इस तरह के हालातों और आरोपियों की सूचना पुलिस प्रशासन को ना देना यह स्पष्ट करता है कि कहीं ना कहीं स्थानीय लोगों का सहयोग या लापरवाही ऐसे हालातो को पैदा कर रही है।
कुएं से निकला सड़ा मांस
दूसरी ओर देर रात सोशल मीडिया पर सीता बावड़ी के समीप कुएं में गोवंशों के अवशेष होने की जानकारी सामने आने के बाद इस और भी पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही की गई। जहां सोमवार रात को पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन उन्हें कुएं में डले बोरे को निकालने में सफलता नहीं मिल सकी। इसके बाद मंगलवार सुबह पुनः कार्यवाही करते हुए उक्त कुएं में पड़े बोरे को बाहर निकल गया जिसके अंदर सड़ा हुआ मांस पाया गया है। ऐसे में अब पुलिस जांच कर रही है कि यह मांस किस जानवर का है और लगभग कितने दिन पुराना है उसके बाद पुलिस अपनी जांच को दिशा देगी।
हालातों पर अधिकारियों की चुप्पी
कार्यवाही के दौरान जिस प्रकार के हालात सामने आ रहे थे वह स्पष्ट कर रहे थे की पुलिस प्रशासन की कार्यवाही के बाद भी जिले में गो तस्करी और गोवंश की हत्याओं की घटनाएं लगातार जारी है ऐसे में कार्यवाही के दौरान मौके पर मौजूद रहे अधिकारी चुप्पी साधे नजर आए और वरिष्ठ अधिकारियों से ही मामले की जानकारी लेने की बात करते रहे। कार्यवाही के दौरान मुख्य रूप से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा, एसडीएम आरएल बागरी, तहसीलदार मोहित जैन, सीएसपी अभिषेक तिवारी, सीएमओ नपा सुषमा धाकड़, कोतवाली थाना प्रभारी आनंद ठाकुर, पथरिया थाना प्रभारी सुधीर बेगी, रनेह थाना प्रभारी प्रीति पांडे, हटा थाना प्रभारी अमित कुमार, नायब तहसीलदार रघुनंदन चौधरी, आरआई अभिषेक जैन सहित पुलिस, राजस्व व नपा अमले की उपस्थिति रही।