केरवाना में मछली पकड़ने गए युवकों की जान पर बन आई तो तेंदूखेड़ा में पानी में डूबे पुल से निकलते रहे वाहन
दमोह। जहां एक और भारी बारिश के चलते जिले में अफरातफरी के हालात बन गए थे और जगह-जगह जल भराव होने से आमजन को खासी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा था लेकिन इसके बाद भी कई लोग ऐसे थे जो अपनी मनमानी और लापरवाहियों के चलते न सिर्फ अपनी बल्कि दूसरों की भी जान को जोखिम में डाल रहे थे। अपनी इन हरकतों के चलते वह पुलिस प्रशासन के लिए भी परेशानियां पैदा कर रहे थे।
भारी बारिश में मछली पकड़ना पड़ा महंगा
पहला मामला जिले की बटियागढ़ थाना अंतर्गत ग्राम केरबना का है, जहां भारी बारिश और नदियों के बढ़ते जल स्तर के दौरान ग्राम के दो युवक सुनील पादरी और संजय पादरी मछली पकड़ने के लिए ग्राम से निकली बेबस नदी में चले गए और इस दौरान उन्हें यह अंदाजा भी नहीं लगा की नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जब तक उन्हें है अंदाजा हुआ तब तक वह नदी के बीचो-बीच फंस चुके थे और डूबने से बचने के लिए वह एक पेड़ पर चढ़ गए और अपनी जान बचाने के लिए चिल्लाते रहे।
देर शाम मिली जानकारी
अपनी जान बचाने के लिए चिल्लाते रहे युवकों की आवाज काफी देर तक किसी को नहीं सुनाई दी लेकिन उनके घर न लौटने पर परिजन चिंतित हुए और इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें नदी के तेज बहाव के बीच पानी में फंसा देख लिया। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई और पुलिस द्वारा एसडीआरएफ को मामले की जानकारी देकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान 4 किलोमीटर कीचड़ से भरे मार्ग पर मुश्किल से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।
बंद करने पड़े डैम के गेट
युवकों को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम मौके पर तो पहुंची लेकिन पानी के तेज बहाव के चलते लाइफबोट पानी में नहीं उतर पा रही थी साथ ही साथ रात के अंधेरे के चलते भी रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही थी। ऐसे में प्रशासन द्वारा पानी के बहन को रोकने के लिए नदी पर बने पगारा डैम के गेट को बंद कराया गया जिससे कई घंटे बाद पानी का बहाव कम हुआ। बहाव कम होने के बाद दूसरे दिन एसडीआरएफ की टीम ने लाइफ़ वोट की सहायता से पेड़ पर फंसे युवकों तक पहुंचे और उन्हें सकुशल वोट में बिठाकर नदी से बाहर निकल गया।
पानी में डूबे पुल से निकालते रहे वाहन
इसी तरह के हालात तेंदूखेड़ा क्षेत्र में भी सामने आए जहां भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर थी और सड़क मार्ग बंद हो चुके थे ऐसे में जहां पुलिस प्रशासन सुरक्षा के लिए लगातार आमजन को सतर्क करते हुए पानी से भरे पुल पार करने से मना कर रहा था , लेकिन फिर भी कुछ वाहन चालक इस चेतावनी को नजरअंदाज कर खुद की और वाहनों में सवार लोगों की जान से खिलवाड़ करते नजर आए। ऐसा ही एक वीडियो सामने आया तेंदूखेड़ा जबलपुर मार्ग पर पाटन के समीप स्थित हिरन नदी के पुल पर जहां दो फीट से भी ज्यादा पानी होने के बावजूद वाहन पुल पार करते रहे। इस दौरान एक यात्री बस में सवार एक यात्री ने बस चालक द्वारा की जा रही है इस लापरवाही का वीडियो बना लिया जिसमें स्पष्ट रूप से लापरवाहियां देखी जा सकती हैं। हैरानी की बात यह है कि पानी से डूबे पुल पर वाहनों का आगमन जारी होने के बाद भी पुलिस प्रशासन इस पर रोक लगाता हुआ नजर नहीं आया। ऐसे में यदि कोई बड़ा हादसा सामने आता तो जवाबदेही आखिर किसकी होती?
देखें लापरवाही का वीडियो