मंगलवार को पोस्टकार्ड हस्ताक्षर अभियान के साथ मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन के पूर्व नगर पालिका ने आनन फानन मॉल को किया सीज, अब स्वीकारी खामियां होने की बात
दमोह। नगर में पिछले मंगलवार को पुराना तालाब क्षेत्र में की गई अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही पर लगे पक्षपात के आरोप और उपजे आक्रोश के बाद अब विरोध थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। पूर्व में आवेदनों और दमोह तहसीलदार मोहित जैन के पुतला दहन के बाद मंगलवार को एक बार फिर सर्व हिंदू समाज के बैनर तले लोग सड़कों पर आ गए और इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम पर पोस्टकार्ड हस्ताक्षर अभियान के साथ हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। उसके बाद एसडीएम आरएल बागरी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कार्यवाही की मांग की। हालांकि पूर्व प्रस्तावित इस विरोध को रोकने के लिए मंगलवार सुबह ही नगर पालिका और राजस्व अमले ने आनन फानन में पुरैना तालाब के समीप निर्माणाधीन मॉल को सीज करने की कार्यवाही की और इस दौरान नगरपालिका ने मॉल में कई अनुमति ना होने का हवाला दिया गया।
अनोखे प्रदर्शन से जताया विरोध
विरोध प्रदर्शन के दौरान सर्व हिंदू समाज के बैनर तले विभिन्न सामाजिक हिंदूवादी संगठन के साथ आमजन एकत्रित हुए और इस दौरान उनके द्वारा एक व्यक्ति को तहसीलदार मोहित जैन का मुखौटा पहनकर उसके ऊपर नकली नोटों को उड़ाते नजर आए। इस प्रदर्शन से विरोध जता रहे लोग तहसीलदार पर रुपए लेकर कार्य करने के आरोप लगाया। वहीं प्रदर्शन कर रहे लोगों ने यह भी आरोप लगाए कि मॉल मलिक की कालोनी में ही तहसीलदार निवास करते है और निर्माणाधीन मॉल को फायदा पहुंचाने के लिए 25 लाख की रिश्वत लेकर दशकों से पुरैना तालाब के पास रह रहे गरीबों के घर तोड़े गए है।
बंद की दी गई चेतावनी
वहीं प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए विरोध जाता रहे लोगों ने यह स्पष्ट किया कि उनके वर्तमान और पूर्व में दिए गए आवेदनों पर तत्काल कार्यवाही की जाए और भ्रष्टाचार में लिप्त तहसीलदार को बर्खास्त किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो आगामी समय में उग्र प्रदर्शन करते हुए बंद की भी चेतावनी दी गई है।
अनुमति न होने पर मॉल हुआ सीज
दूसरी ओर विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए मंगलवार सुबह ही नगर पालिका अमला नायब तहसीलदार के साथ निर्माणाधीन माल को सीज करने के लिए पहुंच गया। इस दौरान माल के मालिक आशीष जैन द्वारा एक और सभी अनुमतियां होने की बात कही गई तो दूसरी ओर नगर पालिका अमले ने कई अनुमति ना होने की बात कहते हुए मॉल में किए हुए निर्माण का नाप किए जाने की बात कही और उक्त कार्यवाही के पूर्व मॉल को सील कर दिया गया। कार्यवाही कर रहे नगरपालिका अमले द्वारा बताया गया कि निर्माणाधीन मॉल में मास्टर प्लान और भूमि विकास अधिनयम के अंतर्गत कार्य न होना, स्वीकृत नक्शे के अनुसार कार्य न होना सहित एमओएस और एफएआर के तहत कार्य न होना सहित कई अन्य अनियमिताएं जांच के दौरान सामने आई है जिसके चलते मॉल सीज करते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगाई गई है।
ग्रीन बेल्ट क्षेत्र का भी मामला
2 वर्षों से अधिक समय से बनाए जा रहे इस मॉल में हैरान कर देने वाली बात यह है की विरोध के पहले नगर पालिका राजस्व और नजूल अमले को कभी भी इसमें कोई खामियां नजर नहीं आई लेकिन विरोध के बाद पहले ही निरीक्षण में कई खामियां सामने आ गई है। इन सब के बीच अभी भी निर्माणाधीन मॉल पर सबसे बड़ी आपत्ति ग्रीन बेल्ट पर क्षेत्र पर निर्माण किए जाने की है, जिसके संबंध में कोई भी स्पष्ट जांच या कार्रवाई अभी तक सामने नहीं आई है। जानकार बताते हैं कि उक्त मॉल स्पष्ट रूप से ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में निर्मित किया गया है और ना इसकी कोई अनुमति आज तक ली गई है और ना ही इसकी जांच किसी के द्वारा की गई है।