त्यागपत्र दे चुके सरपंच बोले, मुझे जानकारी ही नहीं
पंचायतों में भ्रष्टाचार के किस्से और कहानियां किसी से छिपी नहीं है और जब तक ऐसे मामले सामने आते रहते है। इसी तरह का एक और मामला सामने आया है पथरिया जनपद के चर्चित ग्राम पंचायत खैजरा लखरौनी से सामने आया है, जहां सडक़ निर्माण कार्य के नाम पर करीब 1 लाख 86 हजार रूपये की राशि पांचवें राज्य वित्त आयोग से निकाली गई है जबकि उक्त निर्माण कभी हुआ ही नहीं और तो और कभी निर्माण सामग्री भी तय स्थान पर नहीं आई। हैरानी यह भी है कि इस राशि का आहरण विगत 4 अप्रैल को किया गया है एवं उसके ठीक ६ दिन बाद १० अप्रैल को ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा शासकीय नौकरी में चयनित होने के चलते सरपंच पद से त्यागपत्र दे दिया था। अब ऐसे में यह राशि कब और किस आधार पर निकाली गई यह समझ के परे है।
सरपंच को जानकारी ही नहीं
जब इस संबंध में सरपंच प्रतिनिधि भरत आदिवासी से बात की तो उन्होंने बताया कि इस संबंध में हमें कोई जानकारी नहीं है कि सीसी सडक़ के नाम पर भी कोई राशि निकाली गई है। वहीं राशि आहरण के लिए सरपंच के हस्ताक्षर होने या फिर ओटीपी के माध्यम से यह संभव होने पर उनसे जानकारी चाही गई तो उनका कहना था कि उक्त निर्माण कार्य के बिल पर सरपंच के हस्ताक्षर हुए है और ओटीपी उनके द्वारा मानदेय भुगतान मानदेय के लिए दी थी लेकिन बिल की राशि आहरण के लिए मेरे द्वारा कोई राशि नहीं दी गई। की राशि के आहरण के संबंध में मेरे द्वारा कोई ओटीपी नहीं दी गई।
सीईओ को पता ही नहीं की सचिव है निलंबित
वहीं ग्राम पंचायत खैजरा लखरौनी के सचिव दशरथ पटेल निलंबन को लेकर विगत 18 अप्रैल को जिला पंचायत सीईओ द्वारा एक आदेश जारी कर पत्र जारी किया गया था जिससे उनका निलंबन किया गया है लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस आदेश के विपरीत जनपद सीईओ मनीष बागरी का कहना था कि सचिव इसे निलंबन प्रस्तावित किया जाना बता रहे है। जबकि यदि जिला पंचायत सीईओ द्वारा जारी किए गए पत्र की माने तो 5 अप्रैल 23 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत भ्रमण के दौरान सचिव ग्राम पंचायत खैजरा लखरौनी दशरथ पटेल को दी गई सूचना उपरांत भी सचिव ग्राम पंचायत मुख्यालय में अनुपस्थित रहने से शासन की महत्वकांक्षी योजना लाडली बहना वर्ष 2023 का कार्य समय सीमा में पूर्ण नहीं कराया जाना, नाली निर्माण कार्य बीच सडक़ पर किया जा रहा जाना जो सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं होना, बीच सडक़ से नाली बनाने से दुर्घटना होना संभावित होने का उल्लेख किया जानाए साथ ही नाली निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन व तय मानकों से विपरीत सामग्री का उपयोग किए जाने को लेकर सचिव पर निलंबन की कार्यवाही की जा चुकी है और निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय जनपद पंचायत पथरिया होने एवं नियमानुसार निर्वाह भत्ता की पात्रता होने की बात भी पत्र में कही गई और साथ ही ग्राम पंचायत खेजरा लखरौनी का अतिरिक्तसचिवीय प्रभार किशोरी पटेल सचिव ग्राम पंचायत बिलानी व ग्राम पंचायत पिपरिया छक्का का अतिरिक्त सचिवीय प्रभार शिवकुमार पटेल,सचिव ग्राम पंचायत सदगुवा को सौंपा गया है।
इनका कहना है
बिना सरपंच की जानकारी के राशि का आहरण होना संभव नहीं है अत: सरपंच सचिव दोनों दोषी होते हैं, जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
मनीष बागरी, प्रभारी सीईओ जनपद पथरिया