अब फोरेंसिक टीम करेगी चिंकारा के मौत के कारणों की पुष्टि, मांस के साथ कटा सिर हुआ है बरामद

दमोह। वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में चिंकारा का मांस पकाते हुए दो आरोपियों को अमले ने पकड़ा है। आरोपियों से चिंकारा का सिर, मांस और उपयोग किए हथियार को वन विभाग ने बरामद किया है। इस दौरान आरोपियों का एक साथी भागने में कामयाब रहा है। मामला दर्ज किए जाने के उपरांत शनिवार को आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है और फरार आरोपी की तलाश में वन अमला जुटा हुआ है। बताया जा रहा है कि चिंकारा एक सड़क हादसे में घायल हुआ था, जिसके बाद आरोपियों ने उसे मारकर उसका मांस पका लिया।
चिंकारा मिलने पर उठाकर ले गए साथ
मामला वन परिक्षेत्र झापन की बीट लकलका का है, जहां शुक्रवार को सड़क हादसे में चिंकारा घायल हो गया था। सूचना मिलने पर वन अमला को मौके पर पहुंचा तो समाने आया कि लकलका गांव के तीन युवक घूमन पिता सूरज यादव, राजेंद्र पिता धांदू लोधी और अरविन्द यादव पिता हरलाल यादव घायल जानवर को उठाकर अपने साथ ले गए है। आगे तलाश किए जाने पर सामने आया कि आरोपियों ने चिंकारा की हत्या कर आधा शरीर जमीन में दबा दिया दिया है और शेष को पकाना शुरू कर दिया है।
डॉग स्कॉड की मदद से पहुंचे आरोपियों तक
चिंकारा के सम्बन्ध में जानकारी न मिलने के बाद झापन रेंज का वन अमले ने टाइगर रिजर्व टीम से संपर्क किया और मौके पर डॉग स्क्वायड टीम पहुंची और खोजबीन शुरू की। डॉग सबसे पहले उस जगह पहुंचा जहां चिंकारा का आधा शरीर दबाया गया था। उसके आधार पर ही डॉग टीम को आरोपियों के घर तक लेकर पहुंच गया। घर पर टीम के पहुंचने पर अमले ने वहां घूमन यादव और राजेंद्र लोधी को मांस पकते हुए पाया। इसके आधार पर वन आमले ने आरोपीयों से पूछताछ की तो सामने आया कि वह तीन लोग थे उनका एक साथी भाग गया है। 15 किलो मांस, कुल्हाड़ी की जब्ती और बयानों के आधार पर आरोपियों पर वन प्राणी अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।
अब जांच होगी मौत के कारणों की
अमले ने जब्त किए गए मांस को फोरेंसिक जांच के लिए वेटरनरी कॉलेज जबलपुर भेजा गया है जहां परीक्षण के बाद यह स्पष्ट होगा कि चिंकारा का शिकार किया गया है या फिर किसी वाहन से टकराने से उसकी मौत हुई है जांच रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्यवाही होगी। कार्यवाही में एसडीओ बीपी तिवारी, झापन रेंजर नीतेश डहरिया, मुहम्मद शाकिर खान, परिक्षेत्र सहायक सुजीत सैनी, वनरक्षक सुंदर लाल जैन, त्रिवेंद्र सीग लोधी, डॉग स्क्वाड टीम प्रभारी प्रीतम अहिरवार की भूमिका रही
तेंदूखेड़ा से सहयोगी विशाल रजक

