बारिश के खोली इंतजामों की पोल, मुख्य बाजार की दुकानों में हुआ जलभराव


व्यापारियों ने कहा कि नहीं हुई नालियों की सफाई, नपा का जबाव तेज बारिश और कचरा डालने से बने यह हालात


दमोह। जिले में पिछले तीन दिनों से बारिश का दौर जारी है और रुक रुक कर हो रही तेज बारिश लोगों को बारिश के मौसम का एहसास कराने लगी है। ऐसे में बारिश के साथ ही नपा के बारिश पूर्व इंतजामों की पोल खुलने लगी है। मंगलवार को हुई बारिश में मुख्य बाजारों सहित कई स्थानों पर जलभराव की शिकायतें सामने आई और जल भराव से व्यापारियों को नुकसान भी उठाना पड़ा। इन हालातों में व्यापारियों को आरोप है कि नालियों की उचित और समय रहते सफाई ना होने से यह हालात बने है, वहीं दूसरी ओर नपा का कहना है कि तेज बारिश से और नालियों के पॉलीथिन फेके जाने से यह हालात बने है। अब सच्चाई जो भी हो पर इन हालातों में नगर के डे्रेनिंग सिस्टम की हकीकत एक बार फिर सामने आ गई। वहीं लगातार सडक़ो की उंचाई बढऩे से लोगों के दुकाने व मकान भी नीचे होते जा रहे है जिससे यह हालात बनने लगे है।

एक घंटे की बारिश में हालात बुरे

सोमवार के बाद जहां मंगलवार को भी बारिश का दौर जारी रहा और रुक रुककर बारिश होती रही। वहीं शाम करीब ४ बजे तेज बारिश का दौर शुरु हुआ जो करीब एक घंटे जारी रहा और जब तक बारिश थमती, कई घरों और दुकानों में नालों को गंदा पानी भर चुका था। ऐसे में भले ही जिम्मेदार अधिकारी तेज बारिश का हवाला दे रहे हो, लेकिन महज एक घंटे की बारिश भी यदि शहर का ड्रेनिंग सिस्टम नहीं संभाल पा रहा है तो लगातार बारिश में तो हालात बुरे होना तय है। उल्लेखनीय है कि बारिश के पूर्व ही इन हालातों को लेकर भास्कर ने इस मुद्दे को उठाया था और मौजूदा स्थिति से अवगत कराया था, लेकिन फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया और बारिश शुरु होते ही हाल बेहाल नजर आने लगे है।

नया बाजार में दुकानों में भरा पानी

शहर के मुख्य व्यवसायिक क्षेत्र मेंं शामिल नया बाजार क्षेत्र में भी बारिश का पानी दुकानों के अंदर चला गया जिससे कपड़ा व अन्य व्यवसायियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जलभराव के चलते उनके फर्नीचर सहित कपड़ा व दुकान की अन्य सामग्र्री भी खराब हो गई है और इन हालातों पर उनके द्वारा नपा को जिम्मेदार ठहराते हुए नुकसान के मुआवजे की मांग की है। इसके अलाव सिविल वार्ड ४ सहित बजरिया वार्ड २ व ३ में भी ऐसी शिकायतें सामने आई है।


इनका कहना है
नालियों की सफाई कराई गई है, लेकिन नालियां सकरी है और व्यापारी कचरा भी उसमें ही डाल देते है, जिसके बाद तेज बारिश व जलभराव की स्थिति बन जाती है।
भैया लाल सिंह, सीएमओ नपा



लगातार रोड की उंचाई बढ़ती जा रही है और डे्रनिंग सिस्टम पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे व्यवसायिक क्षेत्रों में भी पानी भरने लगा है।
गौरव सिंघई
व्यवसायी


गत वर्ष के आंकड़े से कम है अभी बारिश
वहीं पिछले तीन दिनों की बारिश के बाद आंकड़ों के हिसाव से मानसून फिलहाल आमजन व किसानों की उम्मीदों के अनुरूप ही चल रहा है और मंगलबार तक जून माह में जिले की कुल वर्षा का आंकड़ा 72.4 मिण्मीण् अर्थात 2.8 इंच दर्ज किया गया है, हालाकि यह आंकड़ पिछले वर्ष के जून माह की तुलना में अभी कम है और यह पिछले वर्ष से 46.4 मिमी अर्थात 1.8 इंच कम है। इसी अवधि में गत वर्ष 118.8 मिमी् अर्थात 4.6 इंच औसत वर्षा दर्ज की गई थी।वहीं बीते २४ घंटो में ही १.१ इंच बारिश जिले में हो चुकी है। जिले की औसत वार्षिक औसत वर्षा 1246.6 मिमी है।

पटेरा में सबसे ज्यादा बारिश
इस वर्ष अभी तक जिले में सबसे ज्यादा वर्षा पटेरा में 126 मिमी बारिश दर्ज की गई है और सबसे कम तेंदूखेड़ा में दर्ज हुई है। भू.अभिलेख अधीक्षक ने बताया अभी तक जिले के दमोह वर्षामापी केन्द्र पर 60 मिमी हटा में 63 मिमी, जबेरा में 93 मिमी, पथरिया 64 मिमी तेंदूखेडा में 49.4 मिमी व बटियागढ़ में 51.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं बीते 24 घंटों के दौरान जिले में 30.२ मिमी अर्थात 1.1 इंच वर्षा दर्ज की गई है। इसमें दमोह में 35, हटा में 9, जबेरा में 40, पथरिया में 26, तेंदूखेड़ा में 32.8, बटियागढ़ में 22 तथा पटेरा में 47 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

झलौन में तेज बारिश में गिरा मकान का हिस्सा, गृहस्थी का हुआ नुकसान

तेंदूखेड़ा क्षेत्र के ग्राम झलौन में तेज बारिश के चलते सोमवार रात करीब 11 बजे झलौन निवासी विनोद पिता बाबूलाल जैन का मकान व कमलेश मिता शील चंद जैन के कमरे के छत गिर गया। घटना में विनोद जैन की किचन में रखा सारा सामान दबकर तबाह हो गया जिसमें फ्रिज व आटा चक्की जैसे सामान भी शामिल है। गनीमत यह थी कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। नायब तहसीलदार व पटवारी ने मौका मुआयना करते हुए जांच करते हुए मुआवजे की कार्यवाही की है।
वहीं दूसरी ओर झलोंन से 3 किमी की दूरी पर स्थित धनेटा सिद्धन बाई कुटी नाला सहित तेजगढ़ झलोंन गुहंची नाला की उंचाई कम होने से यहां के दर्जन भर ग्रामों के लोगों के लिए बारिश में परेशानी का सामना करना होता है। वहीं इन समस्याओं के चलते हर बार जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी पुलों की ऊंचाई बढ़ाने का आश्वासन देते हैं लेकिन कार्य नहीं होता। ऐसे हालातों में सिद्धन बाई, कूटी नाला जलभराव अधिक होने से झलोंन, तारादेही, महाराजपुर मार्ग बंद हो जाता है, वहीं गुहंची नाला में बाढ़ आने पर दमोह तेजगढ़ मार्ग बंद हो जाता है और सैकड़ों गांव का जिला जनपद मुख्यालय से संपर्क टूट जाता है।

बारिश और आकाशीय बिजली से जिले भर में घटनाएं, बकरियों की मौत, वाहन फसे
वहीं बारिश के दौर और आकाशीय बिजली से जिले भर में हादसे सामने आ रहे है और सोमवार व मंगलवार को भी यही हालात देखने को मिले।


हटा में पुलिया से गिरी कार


नगर के एम एल बी स्कूल के सामने क्षतिग्रस्त पुलिया से एक बर्ष में दूसरी बार कार नीचे गिरने की घटना सामने आई, हालाकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। जानकारी अनुसार सोमवार रात कार क्रमांक एमपी 21 सीए 7132 मंदिर मस्जिद चौराहा से अंधियारा बगीचे की ओर जा रही थी इसी दौरान कि एम एल बी स्कूल के सामने बनी क्षतिग्रस्त पुलिया से कार अनियंत्रित होकर नीचे जा पहुंची कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि कार पलटकर सडक़ की ओर मुड़ गई। पूर्व में भी सामने आई इस प्रकार की घटनाक े बाद पुलिया में सुधार करने व उसमें सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की जा रही है।
वहीं एक अन्य घटना में अग्रेसन नगर के सामने बनी नाली में कार क्रमांक एमपी ०४ सीजेड ५५४० अनियंत्रित होकर फस गई जिससे उसका अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और कार चालक बाल बाल बच गया। वहीं जबलपुर- दमोह हाईवे पर नोहटा पुल के पास गड्ढों में अनियंत्रित होकर भूसे से भरा एक ऑटो पलट गया और सागर नाका चौकी क्षेत्र में एक कार अनियंत्रित होकर डिवाईडर से जा टकराई, जिसमें कोई जनहानि नहीं हुई है।

इसके अलावा हिंडोरिया थाना अंतर्गत डबरा पहाड़ पर आकाशीय बिजली गिरने से 39 बकरियों की मौत हो गई है।

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