वीडियो वायरल होने के बाद प्रबंधन ने जारी किया नोटिस

दमोह। जिला अस्पताल में शनिवार रात एक डॉक्टर का अत्याधिक शराब के नशे में ड्यूटी पर होना सामने आया है और हालात यह थे कि शराब के नशे में डॉक्टर कभी फर्स पर बैठे तो कभी लडख़ड़ाते नजर आए। डॉक्टर की इन हरकतों को देखकर वहां मौजूद मरीज व उनके परिजन भी सकते में आ गए और फिर लोगों को यह जानकारी हुई कि डॉक्टर अत्याधिक शराब के नशे में है जिसके बाद उनकी हरकतों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। स्थितियों को देख अस्पताल में मौजूद अमला उन्हें जैसे तैसे करके अस्पताल से ले गया ताकि स्थितियां और ना बिगड़े। वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शराबी डॉक्टर को नोटिस जारी कर एक दिवस में जबाव प्रस्तुत करने के लिए कहा है।

जानकारी अनुसार शनिवार रात को जिला अस्पताल के सीएचसी वार्ड में डॉ सचिन अहिरवाल पहुंचे । बताया जा रहा है कि जब वह पहुंचे तो नशे में थे और थोड़ी देर बाद वह नशे की हालत में परिसर में लडख़ड़ाते और फर्स पर बैठे दिखाई दिए। हालात यह थे कि इस दौरान डॉक्टर ना ठीक से चल पा रहे थे और ना हीं कुछ समझने की स्थिति में थे। ऐसे में जब एक महत्वपूर्ण वार्ड में डॉक्टर की इस तरह की हरकतें और हालात वहां मौजूद लोगों ने देखे तो उनका वीडियो बनाना शुरु कर दिया।

वीडियो बनाने पर नजर आए धमकाते
डॉक्टर की इन हरकतों से माजरा समझते ही अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य अमले ने शराबी डॉक्टर को अस्पताल से बाहर ले जाने का प्रयास किया और इस दौरान हालात यह थे कि शराबी डॉक्टर उन्हे लेकर जाने बाले स्टॉफ के दो पहिया वाहन में भी ठीक से नहीं बैठ पा रहे थे। इसी बीच जब उन्होने लोगों को उनकी इन हरकतों का वीडियो बनाते देखा तो वह वीडियो बनाने बाले को भी धमकाते नजर आए और काफी देर तक चले इस तमाशे के बाद स्टॉफ का एक व्यक्ति उन्हें जैसे तैसे वाहन में बैठाकर अस्पताल से ले गया। सुबह इस वीडियों के सामने आने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन ने मामले में संज्ञान लिया और आरोपी डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी कर इस संबंध में जबाव प्रस्तुत करने के लिए कहा है। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि शराबी डॉक्टर पूर्व में भी अमर्यादित आचरण के चलते चर्चा में रहे है और उन्हें सीएमएचओ की तरह से नोटिस भी जारी हुआ था, दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन की माने को शनिवार रात उनकी ड्यूटी अस्पताल में नहीं थी, लेकिन फिर भी वह वहां क्यों थे यह जांच का विषय है।
इस तरह की घटनाएं इस पेशे की छवि खराब करती है। मामले में संबंधित डॉक्टर को नोटिस जारी कर २४ घंटे में जबाव प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है और वरिष्ठ स्तर पर भी मामले की जानकारी दी गई है।
डॉ राजेश नामदेव
सिविल सर्जन दमोह