कार्यवाही स्थल पर संचालित हो रहे हैं रिलायंस स्मार्ट बाजार सहित अन्य प्रतिष्ठान
दमोह। राजस्व वसूली में पिछड़ा नजर आ रहा जिला अब राजस्व वसूली के लिए कार्य करता दिखाई देने लगा है। एक ओर बकायादारों को नोटिस जारी कर उनसे राजस्व शुल्क की मांग की जा रही है तो दूसरी ओर उसके बाद भी राजस्व ना देने वाले लोगों पर नियमानुसार प्रशासन की टीम कार्यवाही भी कर रही है।
नजूल विभाग ने सूचना के साथ लगाया ताला
इसी क्रम में बुधवार को सिंधी कैंप क्षेत्र में स्थित एक परिसर में नजूल विभाग ने कार्यवाही करते हुए तालाबंदी की कर दी।जानकारी अनुसार नजूल सीट क्रमांक 51 के प्लॉट क्रमांक 14/106अ के करीब 33006 वर्ग फीट रकबे पर रेखा, राहुल रोहित सहजवानी के नाम दर्ज है। उक्त रकबे पर एक बड़ी इमारत का निर्माण कर उसमें रिलायंस स्मार्ट बाजार सहित एक कपड़े की दुकान संचालित की जा रही है। इसके बाद भी संपत्ति का नजूल विभाग द्वारा लिया जाने वाला भू भाटक लंबे समय से बकाया था। इसके संबंध में कई बार नोटिस भेज कर मांग भी की गई लेकिन राशि जमा नहीं की गई।
समय सीमा निकालने के बाद कार्यवाही
जानकारी अनुसार उक्त बकाया राशि की मांग के लिए 3 दिसंबर 2024 को नजूल विभाग द्वारा संबंधितों को पत्र जारी कर राशि जमा करने की मांग की गई थी और उसके लिए समय सीमा भी 10 दिसंबर 2024 मंगलवार तक निर्धारित की गई थी, परंतु उक्त समय सीमा तक कोई भी शुल्क नजूल विभाग को जमा नहीं किया गया। जिसके बाद बुधवार सुबह तहसीलदार मोहित जैन के नेतृत्व में नजूल अमला कार्यवाही के लिए पहुंचा और दुकानों की शटर पर सूचना चिपकाते हुए विभाग ने अपना ताला लगा दिया। ताला लगाए जाने के बाद यहां संचालित होने वाले प्रतिष्ठानों के कर्मचारी काफी देर तक बाहर ही खड़े रहे और कार्यवाही को देखते रहे।
कार्यवाही के बाद जमा किया गया शुल्क
जहां एक और लंबे समय से देनदारी की मांग किए जाने के बाद भी राशि जमा नहीं किया जा रही थी, वहीं प्रशासन की कार्यवाही और तालाबंदी के बाद आनंद-फानन में उक्त संपत्ति से जुड़े लोगों ने राजस्व शुल्क का भुगतान ऑनलाइन कर दिया गया। उक्त संपत्ति के लिए 56 हजार 553 रुपए का शुल्क कार्यवाही के बाद जमा कराया गया है। कार्यवाही के दौरान नजूल अधिकारियों ने स्पष्ट किया है की आगे भी ऐसे बकायादारों के विरुद्ध कार्रवाई जारी रहेगी। उल्लेखनीय है कि इसी तरह नगर पालिका की दुकानों का शुल्क जमाना करने के चलते कुछ दिन पूर्व नगर पालिका द्वारा भी दुकानों में तालाबंदी की गई थी।