दमोह। आमतौर सुर्खियों में रहने वाला पुलिस विभाग आजकल गुप-चुप स्थानांतरण करता नजर आ रहा है। हालात यह है कि स्थानांतरण की जानकारी ना तो मीडिया में सामने आती है ना आमजनों को। सूत्रों की माने तो 4 दिसंबर को आई दो निरीक्षकों, चार उप निरीक्षकों और एक सहायक उप निरीक्षक की स्थानांतरण सूची से लोगों में नाराजगी देखी जाने के बाद इससे परहेज बरता जाने लगा है। वही उसके बाद आने वाली निरीक्षकों, उप निरीक्षकों और अन्य कर्मचारियों की सूचियां को मीडिया तक नहीं पहुंचने दिया गया।

पिछले दिनों हुए स्थानांतरण
सूत्रों की माने तो वरिष्ठ अधिकारी सूची को मीडिया ग्रुप पर डालने के पक्ष नहीं है। पहली सूची 20 दिसंबर 2024 को आई जिसमे बीते दिनों हुए पटेरा में बाबा साहेब की मूर्ति क्षतिग्रस्त कांड के बाद पटेरा टीआई अमित मिश्रा को पुलिस लाइन और पुलिस लाइन से टीआई सरोज ठाकुर को पटेरा का प्रभारी बना दिया गया, फिर दूसरी सूची 26 दिसंबर 2024 को आई जिसमे अमित गौतम को साइबर प्रभारी से विशेष शाखा प्रभारी बनाया गया। वहीं पुलिस लाइन में पदस्थ टीआई रचना मिश्रा को साइबर और शिकायत शाखा के साथ दो अन्य शाखा का भी प्रभारी बनाया गया। अब यह सूचियां मीडिया में वायरल क्यों नहीं की गई यह एक प्रश्न चिन्ह क्योंकि सूचियों के मीडिया में आने के बाद लोगों को यह जानकारी मिलती है कि आपदा के समय किस से संपर्क किया जा सकता है? क्योंकि वर्तमान समय में सबसे ज्यादा साइबर अपराध अपने पैर फैला रहा है।
इस विषय को वरिष्ठ अधिकारियों को अपने संज्ञान में लेकर समय – समय पर मीडिया को इन स्थानांतरण सूचियां से अवगत कराना चाहिए।