लावारिस लकड़ी के संबंध में वन अमला जुटा रहा जानकारी
दमोह।वन हमले की टीम ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर कार्यवाही करते हुए लाखों रुपए की अवैध सागौन की लकड़ी को जप्त किया है। जब्त की गई लकड़ी में सागौन के कई लट्ठों के साथ आरा मशीन से चीरी हुई लकड़ी भी शामिल है। अमले ने सागौन को अपनी अभिरक्षा में लेकर वन डिपो में रखवाया है और मामला जांच में लिया है। अब यह जानकारी जुटाई जा रही है की भारी मात्रा में यह लकड़ी यहां कैसे लाई गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार दमोह वन अमले को मुखबिर को यह सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम आमचौपरा में बड़ी मात्रा में अवैध सागौन की लकड़ी का भंडार रखा हुआ है। सूचना के पर कार्यवाही करते हुए वन अमले की टीम जब आमचौपरा ग्राम में बाईपास पर लगे तालाब के समीप पहुंची तो वहां पर एक खंडहर सहित आसपास के क्षेत्र में बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी रखी पाई गई।
अनुमानित कीमत लाखों में
वन अमले ने जब आसपास लकड़ी की तलाश शुरू की तो एक खंडहर सहित तालाब और झाड़ियों में बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी पाई गई। उक्त लकड़ी में 300 नग चीरी हुई लकड़ी, 14 सागौन के लट्ठे शामिल है। बरामद लकड़ी को वन विभाग ने विधिवत रूप से जप्त कर वन डिपो में रखवाया है जहां उनकी नाप की जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जब्त लकड़ी का मूल्य लाखों में है।
जांच में सामने आएंगे तथ्य
वन अमले की कार्यवाही में इस अवैध लकड़ी से जुड़ा कोई भी आरोपी फिलहाल सामने नहीं आया है। लेकिन जिस तरह से लकड़ी प्राप्त हुई है उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि कोई स्थानीय ही इस अवैध कार्य में शामिल है। इसके अलावा यह लकड़ी कहा से लाई गई और कहा चीरी गई इसकी भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यवाही के डीएफओ ईश्वरदास जरांडे का निर्देशन सहित एसडीओ वन एमडी मानिक, रेंजर विक्रम चौधरी सहित वन अमला शामिल रहा।