खतरा और परेशानी बनी टाइगर रिजर्व की 22 किमी सड़क

55 स्पीड ब्रेकर और पत्थरों के ढेर, वाहन चालकों के लिए बन रहे खतरा, लोग कतरा रहे चलने से

दमोह। वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व से होकर निकला पाटन रहली मार्ग यात्रियों के लिए राहत से ज्यादा परेशानी का सबब बनने लगा है। दरअसल पाटन रहली सड़क का 22 किमी हिस्सा टाइगर रिजर्व से होकर निकला है जो सिंगल लेन है और उसमें भी 55 स्पीड ब्रेकर बने हुए है। ऐसे में जहां वाहन चालकों को परेशानियां पहले से ही थी, वहीं अब इस रास्ते के ब्रेकरों के दोनों और बड़े बड़े पत्थरों को रखा गया है। इन हालातो में वाहन चालकों को निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है साथ ही हादसे के शिकार हो रहे हैं और लूट जैसी घटनाओं का भय बना हुआ है लेकिन इस और टाइगर रिजर्व का ध्यान नहीं है।

रफ्तार कम करने की मंशा

इस तरह के कार्यों से विभाग की सोच वाहनों की रफ्तार धीमी रखने और जानवरों को वाहनों से नुकसान ना होने देने की है। लेकिन अब इसके चलते वाहनों को नुकसान और हादसे सामने आने लगे है। रात के अंधेरे में बाइक सवार इन पत्थरों से टकराकर गिर कर घायल हो रहे क्योंकि सिंगल मार्ग पर अचानक से ब्रेकर के पास बड़ा वाहन आ जाता है तो बाइक चालक पत्थरों पर ध्यान नहीं दे पाता है बड़े वाहन से क्रासिंग के दौरान इन पत्थरों से टकराकर घायल हो जाए है। लोगों का कहना है वन विभाग द्वारा इन पत्थरों को ब्रेकरों से हटवाना चाहिए जिससे हादसे ना हो और वाहनों को क्रासिंग के दौरान परेशानियों का सामना ना करना पड़े।

रात में अपराधों का भी डर

इस मार्ग से गुजरने वाले राधेश्याम नागौद निवासी रहली ने बताया कि हालातों के चलते इस मार्ग पर निकलने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है और रात में वाहन की रफ्तार कम होने से लूट का खतरा भी होता है। बस चालक के अनुसार बस को बार बार रोकना होता है बस का टाइम कवर नहीं हो पाता है और वाहन का भी नुकसान होता है। इसके अलावा इस सड़क की कई स्थानों पर गुणवत्ता खराब होने और संकेतकों के अभाव में भी यह सड़क यात्रा के लिए सुगम नहीं है। इसी के चलते लोग इस रास्ते की जगह दमोह गढ़ाकोटा मार्ग और देवरी महाराजपुर मार्ग से सफर करते हैं। वहीं इस संबंध में टाइगर रिजर्व के प्रभारी एसडीओ ने पत्थरों के सम्बन्ध में जानकारी न होने की बात कहते हुए, उसे हटाने की बात कही।


तेंदूखेड़ा से विशाल रजक


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