फर्जीवाड़ा: क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को बना दिया मनरेगा का मजदूर!

कहीं दिख रहे खिलाड़ी तो कहीं हाथों में फोटो लेकर मौके पर दिखा रहे मजदूर

दमोह। ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। हालात इतने बुरे हो चुके है कि क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को भी मनरेगा का मजदूर दिखा दिया गया है। इसके अलावा 165 मजदूरों को मजदूरी कागजों में दिखाकर पेंट शर्ट पहनकर तैयार लोगों की फोटो दिखा दी। दरअसल मौके पर मजदूर ना होने और मौका स्थल का जिओ टैग दिखाने के लिए किसी भी नए फोटो को मोबाइल की फोटो में दिखा रहे है जिसमें लोग खड़े हुए है। भास्कर पड़ताल में ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं जिसे संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया जा रहा है। अब संबंधित अधिकारी इसपर क्या कार्यवाही करेंगे यह देखना होगा।

पायरा में क्रिकेट टीम की फोटो

पहला मामला जनपद पंचायत दमोह की ग्राम पंचायत पायरा में सामने आया है जहां मजदूरों की जगह मोबाइल में क्रिकेट टीम का फोटो मनरेगा की साइट पर अपलोड है। यहां कार्यों के मूल्यांकन की जिम्मेदारी उपयंत्री राजन सिंह की है और पोर्टल के हिसाब से युवाओं की यह क्रिकेट टीम निर्मल कूप खोद रही है। इसी तरह जनपद पंचायत दमोह अंतर्गत ग्राम पंचायत बालाकोट में भी मनरेगा में 168 मजदूर कागजों पर मजदूरी कर रहे हैं। इसमें एक ओर इन मजदूरों को क्रांक्रीट सड़क निर्माण में दिखाया गया है लेकिन फोटो में मजदूर के स्थान पर पेंट शर्ट पहनकर तैयार लोग नजर आ रहे है। इसी पंचायत में एक आंगनबाड़ी का निर्माण भी कराया गया था जो आज भी आधी अधूरी है लेकिन बताया जाता है कि इसकी निर्माण राशि पूरी आहरित हो चुकी है। स्थानीय लोगों का आरोप यह भी है कि यहां पर सभी कार्य इसी तरह के होते है।

हाथ में फोटो लेकर दिखा रहे मजदूर

जनपद पंचायत पथरिया के ग्राम पंचायत सतपरा में भी सुदूर सड़क निर्माण के नाम पर गजब फर्जीवाड़ा दिख रहा है। यहां हाथ में फोटो लेकर उसकी फोटो खींचकर अपलोड कर दी गई। इसी तरह तेंदूखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत में भी फर्जी फोटो अपलोड की गई जिसमें कुछ लोग खड़े नजर आ रहे है लेकिन मौके पर कोई मजदूर नहीं है लेकिन कागजों में 96 मजदूर कार्य करते दिख रहे है।

अब शुरू होगी कार्यवाही

इस तरह के भ्रष्टाचार बगैर पंचायत उपयंत्री और अधिकारियों के मिलीभगत के संभव कैसे हो सकते है यह प्रश्न है। मामला संज्ञान में लाए जाने के बाद जनपद पंचायत सीईओ पूनम दुबे द्वारा संबंधितों को नोटिस जारी किए जाने और मस्टर रोल शून्य किए जाने की बात कही है। वहीं नवागत जिला पंचायत अधिकारी भी इन सभी मामलों को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करेंगे।

मामले में जांच कराई जाएगी और जो भी तथ्य सामने आयेंगे उसके अनुसार कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।

प्रवीन फुलपागरे
सीईओ जिला पंचायत दमोह

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