टी.आई अरविंद ने की आत्महत्या….ये रहा पूरा मामला।

छतरपुर। सिटी कोतवाली टीआई अरविंद कूजुर ने गुरुवार शाम नौगांव रोड स्थित पेप्टक टाउन अपने आवास में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल कोई पता नहीं चल सका है। इस सनसनीखेज घटनाक्रम पर पूरा शहर और विभाग स्तब्ध है और आत्महत्या के कारणों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

तत्काल मौके पर पहुँचे विधायक पुलिस प्रशासन के अधिकारी।
मामले की जानकारी मिलते ही विधायक ललिता यादव, डीआईजी छतरपुर ललित शाक्यवार, कलेक्टर छतरपुर पार्थ जैसवाल, पुलिस अधीक्षक अगम जैन, अति पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह, एस डी एम अखिल राठौर सहित पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, जिले के विभिन्न थानों के टीआई, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंच गए।

रुस्तम जी अवार्ड से थे सम्मानित

छतरपुर कोतवाली टी आई अरविंद कुजूर वर्ष 2024 में मध्यप्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना द्वारा रुस्तम जी अवार्ड से सम्मानित किया गया था।

दो दिन पहले आये थे बाहर से….

सूत्र बताते हैं कि कुजूर दो दिन से बाहर थे और वे गुरुवार को ही लौटे थे। लौटने के बाद वे कोतवाली न जाकर पेप्टेक टाउन स्थित अपने घर पहुंचे। बताते हैं कि वे शाम करीब 6.30 बजे मोबाइल पर किसी से बात कर रहे थे। घर में काम करने वाला रसोईया किसी काम से बाहर निकला तभी उसने घर के अंदर से गोलियां चलने की आवाज सुनी, वह दौड़कर अंदर गया तो टीआई कुजूर मृत पड़े थे। उन्होंने अपनी सर्विस रिवाल्वर से कनपटी में लगाकर खुद को गोली मार ली थी। गोली लगते ही उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

कॉलोनी में टीआई के बंगले में गोली चलने की खबर से हड़कंप मच गया। रसोइए ने तत्काल टीआई के सुसाइड कर लेने की खबर वरिष्ठ अधिकारियों को दी। खबर मिलते ही एक के बाद एक सारे अधिकारी मौके पर पहुंच गए। तत्काल एंबुलेंस भी दौड़ पड़ी। विधायक ललिता यादव, डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन, एएसपी विक्रम सिंह, एसडीएम अखिल राठौर, सीएसपी अमन आदि ने बंगले के अंदर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। टीआई कुजूर अपने पलंग पर मृत हालत में पड़े पाए गए। फॉरेंसिक टीम ने घर के अंदर के साक्ष्य जुटाए तो डॉग स्क्वॉड अपनी पड़ताल में जुट गया।

पिछले 10 साल से सागर संभाग में दे रहे थे सेवा।

जानकारी के अनुसार, मूलरूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले करीब 45 वर्षीय अरविंद कुजूर पिछले करीब 10 साल से छतरपुर और पन्ना जिले के विभिन्न थानों में तैनात रहे। करीब दो साल पहले कुजूर को सिटी कोतवाली छतरपुर का प्रभारी बनाया गया था। उनकी पत्नी सागर के पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रोफ़ेसर हैं। उनकी 12 और 18 साल की दो बेटियां हैं। कुजूर ने शहर में अमन चैन बहाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

बहुचर्चित पत्थर कांड में टी आई कोतवाली थे कुजूर।
कोतवाली में हुए बहुचर्चित पत्थर कांड के समय अरविंद कुजूर ही टीआई थे और उन्होंने कोतवाली पर हमला करने की जुर्रत करने वाले सभी नामजद सहित अनेक आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने में उल्लेखनीय रोल अदा किया था।

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