आक्रोशित भीड़ से आरोपियों को निकालने में पुलिस को छूटे पसीने,न्यायालय में अधिवक्ताओं ने जताया आक्रोश

दमोह। नगर के सीताबावड़ी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह गर्भस्थ गाय की हत्या को लेकर उपजे तनाव और आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। घटना के बाद पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है और आरोपियों के गिरफ्तारी के साथ ताबड़तोड़ कार्रवाई भी की जा रही है। जहां शुक्र शनि की दरमियानी रात पुलिस कुरैश मंडी समेत नगर में लगातार गश्त करती रही, वहीं घटना के दूसरे दिन शनिवार को पुलिस ने आरोपियों का जुलूस भी निकाला। हालांकि इस दौरान आरोपियों के चारों ओर हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए जिसके चलते पुलिस को आरोपियों को न्यायालय में ले जाने में पसीने छूट गए और मशक्कत के बाद पुलिस आरोपियों को न्यायालय के समक्ष उपस्थित कर सकी।

नारे लगाते हुए निकले आरोपी
मामले में कोतवाली पुलिस ने पांच आरोपियों पर दो अलग-अलग मामले पंजीबद्ध किए गए है, वहीं हिंदूवादी संगठनों की शिकायत पर पांच अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं इन आरोपियों में एक महिला और एक नाबालिक भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों में से कई पर पूर्व से आपराधिक मामले दर्ज है और गौ हत्या जैसे संगीत अपराधों में संलिप्त होने के आरोप है। दोपहर बाद पुलिस मुख्य आरोपियों को कोतवाली थाना से भारी पुलिस बल के बीच जुलूस के रूप में चिकित्सीय परीक्षण के लिए जिला अस्पताल लेकर निकाली। इस दौरान आरोपियों के मुंह से गाय काटना पाप है पुलिस हमारी बाप है और गौ माता की जय जैसे नारे लगातार लगवाए जा रहे थे। अपराधियों का इस तरह जुलूस निकालते देख राह चलते लोग रुक कर इस नजारे को देखने लगे और गौ हत्या के आरोपियों को देखकर उनके मन में घृणा के भाव भी दिखाई दिए।

एकत्रित हो गई हजारों की भीड़
जिला अस्पताल में करीब आधे घंटे तक आरोपियों के चिकित्सीय परीक्षण के दौरान वहां पर आमजनों की भीड़ एकत्रित होना शुरू हो गई। हालातो को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट मोड पर आई और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाते हुए जिला अस्पताल से न्यायालय रोड को क्लियर कराया जाने लगा। जैसे ही पुलिस आरोपियों को जिला अस्पताल से बाहर लेकर निकाली एकाएक आक्रोशित भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी और सड़क के दोनों और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होना शुरू हो गए स्थितियों को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों के चारों तरफ सुरक्षा घेरा बनाया और जैसे तैसे लोगों की भीड़ से आरोपियों को निकालते हुए वह आरोपियों को न्यायालय परिसर लेकर पहुंची। इस दौरान नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज, यातायात थाना प्रभारी दलबीर सिंह मार्को सहित कई थानों की टीम हालातों को संभालने के लिए बज्र वाहन के साथ चलती रही।

न्यायालय में वकील हुए आक्रोशित
आरोपियों के जिला एवं सत्र न्यायालय में पहुंचने के दौरान वहां मौजूद वकील उन्हें देखकर आक्रोशित हो गए और उनके द्वारा अपना विरोध जताते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान कुछ अधिवक्ताओं द्वारा आरोपियों से मारपीट का भी प्रयास किया गया हालांकि पुलिस ने स्थितियों को तत्काल ही संभाल लिया। इस दौरान अधिवक्ताओं का कहना था कि जहां सनातन में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है ऐसे में उनके इस तरह हत्या करने बाले लोग उन्हें बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है। अधिवक्ताओं ने यह भी कहा कि वह ऐसे अपराधियों की पैरवी नहीं करेंगे। इस संबंध में अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कमलेश भारद्वाज, पूर्व अधिवक्ता संघ अध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव, अधिवक्ता श्याम विश्वकर्मा, गिरिजा त्रिपाठी,अनिल खरे सहित अन्य अधिवक्ताओं का कहना था कि दमोह के अधिवक्ता किसी भी कीमत पर ऐसे अपराधियों के साथ खड़े नहीं होंगे और वह ऐसे लोगों को कड़ी सजा दिलाने का प्रयास करेंगे। न्यायालय की गहमागहमी के बीच पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत किया जिसके बाद न्यायालय ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।

रात भर गश्त के बाद सुबह कार्यवाही
शुक्रवार की घटना और तनाव के बाद पुलिस प्रशासन लगातार कार्यवाही में जुटा हुआ है। कोतवाली पुलिस की टीम देर रात शहर की कुरैश मंडी सहित संदिग्ध स्थानों पर लगातार गश्त करती रही और सड़कों पर कारण घूम रहे लोगों को खदेड़ती भी नजर आई। सुबह होते ही पुलिस प्रशासन और नगर पालिका अमला पुनः सीताबाबडी क्षेत्र में पहुंचा और वहां पर शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमणों को तोड़ा गया। इस दौरान करीब आधा दर्जन निर्माण को जेसीबी की सहायता से ध्वस्त कर शासकीय भूमि की अतिक्रमणकारियों के चंगुल से मुक्त कराया गए और यह जमीन की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों द्वारा उक्त स्थान की रजिस्ट्री होने की बात कही गई जिसपर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मामले में जिनके द्वारा भी धोखाधड़ी कर शासकीय जमीन की रजिस्ट्री की गई है उन पर भी मामला दर्ज कराया जाएगा। इस दौरान कुछ अतिक्रमणकारियों को उनके अतिक्रमण स्वेच्छा से हटाए जाने के लिए एक दिन की मोहलत भी दी गई है। कार्यवाही के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, एसडीएम आरएल बागरी, तहसीलदार मोहित जैन,नगर पालिका सीएमओ प्रदीप शर्मा, नायब तहसीलदार रघुनंदन चतुर्वेदी, देहात थाना प्रभारी मनीष कुमार, टीआई अमित गौतम, कुम्हारी थाना प्रभारी रोहित द्विवेदी, आरआई अभिषेक जैन, शिवशंकर पटेल सहित पुलिस प्रशासन का अमला मौजूद रहा।


साधु संतों के साथ होगा आंदोलन
दूसरी ओर अब स्थितियों को को देखते हुए हिंदूवादी संगठनों के लोग साधु संतों के आशीर्वाद के साथ गौ हत्या के विरोध में एक बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। हिंदूवादी संगठन से जुड़े नित्या प्यासी ने बताया कि समस्त गौ रक्षक जल्द ही बागेश्वर धाम पीठ के आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, अजब धाम के जय जय सरकार से मिलकर उनके आशीर्वाद के साथ एक वृहद आंदोलन की रूपरेखा तय कर रहे हैं ताकि इस तरह की घटनाओं पर पूर्णतया अंकुश लग सके।
पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उन पर गौ हत्या सहित दर्जनों अपराध दर्ज हैं। उनका जुलूस निकालकर पुलिस अपराधियों की स्पष्ट संदेश देना चाहती है।
आनंद राज
कोतवाली थाना प्रभारी
शासन की कीमती भूमि को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है और धोखाधड़ी करने वालों पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
मोहित जैन
तहसीलदार दमोह
नगर पालिका की करोड़ों की कीमत की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जा रहा है और अब इसे संरक्षित किए जाने के प्रयास भी किए जाएंगे।
प्रदीप शर्मा
सीएमओ,नपा दमोह