हिंदूवादी संगठनों ने घटना पर जताया विरोध, पुलिस ने शुरु की मामले की जांच
दमोह। पिछले दिनों से गौ हत्याओं और गौ तस्करी को लेकर लगातार चर्चित चल रहे जिले में एक और गौ हत्या से जुड़ा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक गौवंश के बछड़े की सोमवार को अज्ञात लोगों द्वारा हत्या की गई है, जिसके बाद गौवंश पालक की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी पर मामला दर्ज करते हुए जांच में लिया है। वहीं दूसरी ओर यह घटना सामने आते ही हिंदूवादी संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता कोतवाली थाना पहुंचे और उनके द्वारा घटना पर गहरा रोष जताते हुए इसे पुलिस प्रशासन की नाकामी बताया और जल्द ही एक बार फिर गौ हत्या के विरोध में बड़ा प्रदर्शन किए जाने की बात कही।
गौवंश का मिला कटा सिर
प्राप्त जानकारी अनुसार कुरैश मंडी क्षेत्र निवासी अजीम कुरैशी की गाय व उसका बछड़ा सुबह उनके द्वारा रोज की तरह मंगलवार को भी छोड़ा गया, लेकिन दोपहर को उनकी गाय ही घर बापस लौटी और बछड़ा गायब था। ऐसे में वह बछड़े को तलाश करने निकले और काफी खोजबीन के बाद जब वह कुरैश मंडी क्षेत्र में बने पुराने स्लाटर हाउस के पास पहुंचा तो वहां कुए के पास बछड़े का कटा सिर उन्हें दिखाई दिया। इसके बाद उनके द्वारा तत्काल ही कोतवाली थाना पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर मौके पर दो पुलिसकर्मी पहुंचे और उनके द्वारा मौका का निरीक्षण करते हुए शिकायतकर्ता और बछड़े के कटे सिर को कोतवाली थाना लाया गया।
सूूचना पर पहुंचे संगठन कार्यकर्ता
दूसरी ओर गौवंश का कटा हुआ सिर मिलने पर हिंदूवादी संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता भी कोतवाली थाना पहुंचे और उनके द्वारा आक्रोश जताते हुए यह आरोप लगाए गए कि जिले में गौ तस्कर और गौ हत्यारों को कार्यवाही का कोई भी खौफ नहीं है और उनके द्वारा लगातार ऐसे घटनाक्रमों को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं हालातों की जानकारी मिलने पर कोतवाली में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा और एसडीएम आरएल बागरी पहुंचे और उनके द्वारा मामले की जानकारी लेते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए। गौवंश पालक की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरु की है और मामले के आरोपी की तलाश की जा रही है।
आंदोलन की चेतावनी
दूसरी ओर घटनाओं को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने आंदोलन की भी चेतावनी दी है। कार्यकर्ताओं का कहना था कि लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे है और साथ ही गौरक्षकों पर हमले भी हो रहे है लेकिन इसके बाद भी इस ओर प्रभावी कार्यवाही नहीं दिख रही है। ऐसे में यदि अब पुलिस प्रशासन इस ओर सख्ती से लगाम नहीं लगा पाता और ऐसे कार्यों से जुड़े लोगों पर कार्यवाही नहीं कर पाता तो वह उग्र आंदोलन इसको लेकर करेंगे।