जिले भर में मनरेगा योजना में सामने आ रहे नित नए कारनामे

दमोह। जिले में मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार के नित नए कारनामे और शिकायतें सामने आ रही है। जिम्मेदार अधिकारी शिकायतों पर संज्ञान लेकर कार्यवाही की बात तो कहते है लेकिन हालत बदलते नजर नहीं आ रहे। कभी फर्जी फोटो तो कभी बगैर मजदूरों के काम दिखाने के बाद अब नया कारनामा सामने आया है जिसमें होली की छुट्टी के दिन जिले में सैकड़ों मजदूरों को कार्य पर दिखाया गया है।
5 जनपद में दिखाए गए कार्य
होली की अवकाश के दिन जिले की 5 जनपदों में मनरेगा के अंतर्गत मजदूरों का कार्य में संलग्न होना दर्शाया गया है। जिसमें जनपद जबेरा,पथरिया, तेंदूखेड़ा, पटेरा और हटा शामिल है। इन सभी जनपद में होली के दिन 495 श्रमिकों को कार्य पर दिखाया गया है। जिसमें पटेरा में 25 मस्टर रोल में 223 मजदूर ,जबेरा में 19 मस्टररोल में 177, पथरिया में 5 मस्टररोल में 46, हटा में 4 मस्टररोल में 30 और तेंदूखेड़ा में 3 मस्टररोल में 19 कर्मचारी दिखाए गए है।
इन पंचायतों में दिखाई मजदूरी
जहां पटेरा के ग्राम पंचायत बलखेड़ी में 95, बिलगुआ में 42 और पटना कुम्हारी 86 मजदूर दर्शाए गए है। वहीं जबेरा की पंचायत घटेरा में 164 और बिजोरा में 13 मजदूर है। इसके अलावा हटा की ग्राम पंचायत वलेह और रासीलपुर में 15- 15 मजदूरों को कार्य पर दिखाया गया है। तेंदूखेड़ा जनपद के बगदरी में 2 और सारस बगली में 17 श्रमिक कार्य पर होना दर्शाए गए तो पथरिया की ग्राम पंचायत बिलानी में 46 श्रमिक होली के दिन कार्य कर रहे थे। ऐसे में समझा जा सकता है की अवकाश के दिन किस तरह से पंचायतों के प्रतिनिधि और उपयांत्रियों के द्वारा सांठगांठ कर इस तरह से मस्टररोल पोर्टल पर दिखा दिए जाते हैं। अब उक्त मामका भी वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया जा चुका है और अब देखना होगा कि क्या कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है जांच में जो भी तथ्य सामने आते हैं उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
प्रवीण फुलपगारे
सीईओ जिला पंचायत दमोह