
दमोह। देहात थाना की चौकी जबलपुर नाक के अंतर्गत विजय चक्रवर्ती द्वारा 7 जुलाई 2024 को चौकी जबलपुर नाका में अपनी पत्नी रामरति चक्रवर्ती और अपने नाबालिक बच्चे की गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी जहां 22 सितंबर 2024 को विजय की पत्नी को दस्त्यप भी कर लिया गया और पता चला कि विजय का बच्चा जिसकी उम्र 6 वर्ष है वह गुवाहाटी के किसी आश्रम में है जिसे लेने के लिए दिसंबर 2024 में पिता विजय चक्रवर्ती एवं उसकी पत्नी रामरति और ग्राम भूरी बिजौरी के कोटवार द्वारा गुवाहाटी जाकर आश्रम से अपना बच्चा लाने का प्रयास किया जहां आश्रम द्वारा बच्चा नहीं दिया गया तब एक बेबस पिता खाली हाथ दमोह लौटा और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन दिया।

पुलिस ने की कार्यवाही
पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निर्देशन पर अति0 पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा एवं नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी रचना मिश्रा के आदेशअनुसार सहा0 उप निरी0 अभय सिंह और प्र.आर 78 सचिन नामदेव द्वारा 3 अप्रैल को गुवाहाटी पहुंचकर संबंधित नूनमती थाना पुलिस को साथ लेकर लेरेला मेमोरियल होम गुवाहाटी आश्रम पहुंचकर। वहां की अध्यक्ष प्रेमलता सैक्या से पूछाताछ की गयी तो उनके द्वारा बच्चा होने का स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया।

कैसे खुला मामला….
इसके बाद यह जानकारी उक्त स्कूल डॉ महेश्वरी के हेड मास्टर को बताएं तथा उक्त बच्च के संबंध में जानकारी दी तब भी बच्चे को सुपुर्द नहीं किया गया और बाल कल्याण समिति से भी संपर्क किया गया तब भी बच्चा पुलिस को नहीं सोपा गया। कई बार तो यह स्थिति निर्मित भी हुई के अध्यक्ष प्रेमलता सैक्या और उसके पुत्र द्वारा पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार और झूम झपटी भी की गई पर अंततः कड़ी मेहनत और परिश्रम के पश्चात बच्चे को दस्तया किया गया साथ में यह बात भी निकाल कर आई की अध्यक्ष प्रेमलता सैक्या द्वारा बच्चे का नाम बदलकर स्वयं को गार्जियन बताकर स्कूल में प्रवेश भी दिल दिया गया था
गुवाहाटी में हुए मामला दर्ज…
संबंधित मामले में थाना नूनमती जिला गुवाहाटी सेंट्रल में अध्यक्ष प्रेमलता से सैक्या तथा उसके लड़के के विरुद्ध अपराध क्रमांक 68/25 धारा 296, 132,137(2),351(2),238, 3(5) बीएनएस (अपहरण शासकीय कार्य में सहित अन्य धाराओं) के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।।