शासन से नहीं मिला बजट, बिजली कंपनी ने कर दी कार्यवाही
दमोह। दिनों बिल बसूली को लेकर खासी सख्ती बिजली कंपनी दिखा रही है और हालात यह है कि बिल जमा ना करने पर गांव के गांव में अंधेरा कर दिया जा रहा है। लेकिन अब स्कूलों में भी बिजली कंपनी की नजर टेढ़ी हो गई और बिल जमा ना होने के चलते अकेले हटा ब्लॉक में 50 से अधिक स्कूलों की बिजली काट दी गई है। इसके चलते क्षेत्र की प्राथमिक, माध्यमिक, हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूलों में फिलहाल बिजली नहीं रहेगी जिससे इस स्कूल के शिक्षकों के साथ छात्रों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
गर्मी और अंधेरे में देनी होगी परीक्षाएं
उल्लेखनीय है कि स्कूलों में फिलहाल परीक्षाओं और प्रायोगिक परीक्षाओं का दौर चल रहा है और प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी सभी स्कूल के विद्यार्थी परीक्षाओं में व्यस्त है। ऐेसे में अब कार्यवाही की जद में आए स्कूलों को परीक्षा के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और तो और उन्हें पंखे भी परीक्षाओं के दौरान नसीब नहीं होंगे। और कंप्यूटर आदि बंद होने की चलते अन्य कार्य भी प्रभावित होंगे।
मार्च अंत तक नहीं भर सके बिल
बताया जा रहा है कि बिजली कंपनी द्वारा द्वारा मार्च के माह में संकुल प्राचार्य एवं बीओ को पत्र जारी कर स्कूलों के बिल जमा करने की बात कही गई थी और शिक्षा विभाग को भी स्कूलों का बिजली बिल जमा करने के लिए अलग से बजट आवंटित होता है, लेकिन मार्च समाप्ति पर भी बजट ना आने से यह हालात बने। हालाकि बिल जमा ना हो पाने के पीछे तकनीकी खराबी बताई जा रही है, लेकिन वित्त वर्ष की स
इन स्कूलों का बिल बकाया होने से कार्यवाही का मौका तो कंपनी को मिल ही गया। जानकारी अनुसार काटी संकुल के 5 स्कूलों पर 92 हजार 565 रुपए बकाया है। इसके अलावा ग्रामीण हटा के 13 स्कूलों में 2 लाख 23 हजार 819 रुपए एवं हटा शहर के 14 स्कूलों के 6 लाख 17 हजार 771 रुपए बकाया है इसी तरह हिनौता, गैसाबाद, मडिय़ादो संकुलों में बिजली बिल बकाया है और इनका भुगतान नहीं हो सका।
इनका कहना है
बिजली बिल जमा करने के लिए अलग से बजट प्राप्त होता था लेकिन इस बार ३१ मार्च तक कोई बजट प्राप्त नहीं हुआ। वहीं १ अप्रैल को ही बिजली कंपनी ने कनेक्शन काट दिए है, जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है।
राघवेन्द्र पाठक
संकुल प्राचार्य, एमएलबी स्कूल हटा
बिल जमा करने के लिए स्कूलों में लगातार संपर्क किया जा रहा था और उन्हें 31 मार्च के पूर्व बकाया जमा करने का अल्टीमेटम भी था। ऐसे में बिल की राशि अधिक होने के चलते कार्यवाही की गई है।
सहायक अभियंता, बिजली कंपनी