बंदरो के आंतक से घंटो ठप्प रही आधे शहर की बिजली व्यवस्था

सीताबाबड़ी फीडर में घुसा बंदरो का झुंड, वन विभाग ने की मदद से किया गया रेस्क्यू

दमोह। नगर में बिजली व्यवस्था को लेकर वुधवार को एक बड़ा व्यवधान सामने आया जब बंदरों के चलते आधे नगरीय क्षेत्र सहित आसपास के ग्रामों की बिजली घंटो तक बंद रही। दरअसल नगर के सीताबाबड़ी स्थित बिजली फीडर में अचानक से एक बंदरों का झुंड घुस आया और उनके द्वारा वहां उत्पात मचाना शुरु कर दिया। इस दौरान बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बंदरों को हाई बोल्टेज के संपर्क में आने की आशंका व होने बाले संभावित नुकसान को देखते हुए फीडर से बिजली प्रवाह रोक दिया और फिर बंदरों को वहां से हटाने के प्रयास शुरु किए गए। इस दौरान करीब ५ घंटे से अधिक विद्युत प्रवाह बाधित रहा।आनन फानन में बंद की बिजलीजानकारी अनुसार सुबह करीब ९ बजे एक बंदरों का झुंड सीताबाबड़ी स्थित फीडर में आ गया और वहां पर उनके द्वारा डीपी व ट्रॉसफॅार्मर पर धमाचौकड़ी शुरु कर दी। वहां मौजूद चौकीदार ने जब यह माजरा देखा तो तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इस दौरान अंदेशा यह भी जताया गया कि या तो यह बंदर करंट की चपेट में आ सकते है या वहां लगे उपकरणों को कोई नुकसान पहुंचा सकते है जिससे बिजली व्यवस्था में कोई बड़ा नुकसान हो सकता है। ऐसे में तत्काल बिजली प्रवाह बंद करने का आदेश दिया गया और फिर बंदरो को वहां से हटाए जाने का प्रयास शुरु किया गया।

वन अमले की लेनी पड़ी मदद

प्रारंभिक तौर पर बिजली कंपनी के कर्मचारियों द्वारा बंदरों के झुंड को वहां से हटाने के प्रयास किए लेकिन वह सफल नहीं हो सके क्योकि बंदर जहां धमाचौकड़ी कर रहे थे वहां बिजली कंपनी बाले नहीं पहुंच पा रहे थे साथ ही उन्हें बंदरो द्वारा हमला किए जाने का डर भी सता रहा था। ऐसे में स्थितियों को देखकर वन अमले को सूचित किया गया और वन अमले द्वारा बंदरो को खदेडऩे का प्रयास शुरु किया गया। चूकि वन कर्मियों के लिए भी यह क्षेत्र वन से अलग बिजली व्यवस्था से जुड़ा हुआ था जिसके चलते उन्हें भी काफी मशक्कत बंदरों को हटाने में करनी पड़ी। घंटो के प्रयास के बाद बंदरों को वहां से हटाया गया और उनके हटने के बाद बिजली कर्मचारियों ने सभी व्यवस्थाओं को पुन: जांचा और फिर आवश्यक कार्यवाही के बाद बिजली प्रवाह चालू किया। इस दौरान शहर का एक बड़ा हिस्सा व कई ग्राम बिजली बंद होने से परेशान रहे।

बंदरो के चलते बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई थी, जिसे बंदरों को हटाने के बाद फिर से सुचारू किया गया है।

सीपी चौपड़ा
शहर मेंटेनेंस प्रभारी

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