गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के संज्ञान के बाद फिर 3 सदस्य टीम करेगी मामले की जांच
दमोह। नगर के एक निजी स्कूल में 10वीं के परीक्षा परिणामों में टॉपर रही हिंदू छात्राओं को हिजाब में दिखाए जाने का मामला सामने आया है स्कूल प्रबंधन द्वारा लगाए गए एक बैनर के बाद मामले ने तूल पकड़ा और सोशल मीडिया पर इसका विरोध शुरू हो गया। मामले में हिंदूवादी संगठनों के ज्ञापन के पूर्व ही देर रात पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच करते हुए स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी। हालांकि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और साथ ही साथ राष्ट्रीय बाल आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने भी मामला संज्ञान में लिया जिसके बाद अब मामले में कई बिंदुओं पर 3 सदस्य टीम जांच करेगी।
यह है मामला
नगर में संचालित गंगा जमुना इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल मैं दसवीं कक्षा में टॉपर रही छात्राओं के लिए एक फ्लेक्स लगाया गया जिसमें चार हिंदू छात्राओं को भी हिजाब में दिखा दिया गया बाद में इस फ्लेक्स की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी।मामले को तूल पकड़ता देख स्कूल प्रबंधन ने उक्त फ्लेक्स को वहां से हटा दिया लेकिन तब तक हिंदूवादी संगठन मामले में ज्ञापन देकर कार्यवाही किए जाने की मांग की घोषणा कर चुके थे।
तत्काल जांच में मिल गई क्लीन चिट
मंगलवार सामने आए इस मामले में हिंदूवादी संगठनों ने बुधवार को ज्ञापन देने की बात कही लेकिन उसके पूर्व ही मंगलवार देर रात कलेक्टर दमोह के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्विटर के माध्यम से मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी एस के मिश्रा और कोतवाली थाना प्रभारी विजय राजपूत से कराए जाने की बात कहते हुए तथ्यों को आधारहीन बताते हुए स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी वही पुलिस अधीक्षक द्वारा भी इसका समर्थन किया गया।
बुधवार को गरमाया मामला
पुलिस प्रशासन द्वारा मामले में इस तरह स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दिए जाना आमजन सहित संगठनों को भी रात नहीं आया और उनके द्वारा बुधवार को कलेक्टर के नाम प्रभारी एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए मामले में हिंदू भावनाएं आहत होने स्कूल में इस तरह की घटनाओं पर दबाव बनाने सहित तथ्य हीन जांच करने वाले अधिकारियों पर भी कड़ी कार्यवाही और f.i.r. की मांग की गई
वही इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा भी मामले में जांच के आदेश दे दिए गए जिसके बाद बुधवार शाम 3 सदस्य टीम को गठित कर मामले की पुनः जांच के आदेश दिए गए हैं इस 30 सदस्य टीम में एसडीएम सहित नगर पालिका सीएमओ एक अन्य को शामिल किया गया है।
स्कूल प्रबंधन ने दी सफाई
वही मामले में स्कूल प्रबंधन ने भी अपनी सफाई देते हुए हिजाब बताए जा रहे कपड़े को स्कार्फ बताया है और इसे यूनिफॉर्म का हिस्सा होना और किसी भी छात्रा पर दबाव ना डाले जाने की बात कही है। जांच में क्लीन चिट देने वाले जिला शिक्षा अधिकारी की मानें तो बताया जा रहा है हिजाब स्कूल यूनिफार्म का हिस्सा है जिसके लिए वर्ष 2012 से बाकायदा परमिशन भी ली गई थी और कोतवाली थाना प्रभारी का इस मुद्दे पर कहना है कि किसी भी प्रकार की शिकायत सामने नहीं आई है और ना ही किसी प्रकार के दबाव की।
क्या कहते हैं कलेक्टर
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