भाजपा ने रचा इतिहास, जिले के इतिहास में पहली बार भाजपा की हुई चारों विधानसभा
जयंत मलैया और उमादेवी खटीक की अब तक की सबसे बड़ी जीत, पथरिया से लखन पटेल तो जबेरा में धर्मेन्द्र लोधी दूसरी बार विधायक,तीन विधानसभा में फिर होंगे 2013 में जीतने बाले चेहरे
दमोह। विधानसभा निर्वाचन 2023 की मतगणना रविवार को संपन्न हुई। मतगणना के दौरान 55 विधानसभा दमोह और 57 विधानसभा हटा में कांटे की टक्कर के दावे हवा में उड़ गए और यहां भाजपा प्रत्याशियों ने कांग्रेस प्रत्याशियों पर अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी जीत हासिल की। वहीं विधानसभा जबेरा और पथरिया में भी भाजपा प्रत्याशियों ने विजयी हासिल किया है। जिले के राजनीतिक इतिहास में यह पहली बार होगा जब भाजपा जिले की चारों विधानसभा में काबिज होगी। भाजपा की जिले में हुई इस प्रचंड जीत के बाद अब प्रदेश में भी भाजपा की सरकार तय हो चुकी है और माना जा रहा है कि एक बार फिर जिले को मंत्रीमंडल में जगह मिलेगी। इस विधानसभा की स्थिति को देखे तो भाजपा की तीन विधायक जयंत मलैया, लखन पटैल और उमादेवी खटीक वर्ष 2013 का चुनाव जीते थे, लेकिन वर्ष 2018 में जहां भाजपा ने हटा से उमादेवी खटीक के स्थान पर पीएल तंतुवाय को मैदान में उतारा था, वहीं पथरिया में लखन पटैल व दमोह से जयंत मलैया को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार यह तीनों फिर जीत कर विधायक बने है। विधानसभा जबेरा में धर्मेंन्द्र लोधी की यह लगातार दूसरी जीत है और इस बार भी उन्होने वर्ष 2018 की तरह कांग्रेस के प्रताप लोधी को हराया है।
चारों विधानसभा चुनाव की मतगणना के लिए नगर के पॉलिटेक्निक स्कूल में बनाए गए केंद्र में इस बार काफी बदलाव किए गए थे। जहां बेरिकेटिंग कर जबलपुर नाका और बाईपास से आवागमन रोका गया था। पॉलिटेक्निक स्कूल में बनाए गए तीन प्रवेश द्वारों से क्रमशः मतगणना कार्य में लगे कर्मचारी अधिकारी और तीसरे गेट से मीडिया सहित निर्वाचन अभिकर्ताओं व अन्य को प्रवेश दिया गया था । तीनों ही रास्तों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी जो प्रवेश पत्र देखे हुए अंदर जाने की अनुमति दे रही थी। इस बार सभी मतगणना केदो में प्रवेश के लिए बाहर से ही व्यवस्था बनाई गई थी और मीडिया सेंटरऔर अन्य इंतजाम भी पॉलिटेक्निक स्कूल के मैदान में किए गए थे। सुबह ईवीएम के रेंडमाइजेशन उपरांत प्रातः 8:00 बजे डाक मत पत्रों को अलग अलग किया गया और डाक मतपत्रों की मतगणना रोकते हुए ईवीएम काउंटिंग शुरू की गई।मतगणना के करीब 30 मिनिट बाद रुझान आने शुरू हुए।
प्रारंभ से ही भाजपा हुई आगे
राजनीतिक जानकारों के कयास लगाए जा रहे थे कि इस चुनाव में जहां दो विधानसभा दमोह व हटा में भाजपा व कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा, वहीं पथरिय व हटा में त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति मानी जा रही थी। लेकिन मतगणना शुरु होते ही चारों विधानसभा में भाजपा आगे हुई तो लगातार आगे ही रही। जिले की मतगणना में यह भी एक इतिहास है कि चारों विधानसभा में पहले राउंड से अंतिम राउंड तक एक ही पार्टी का प्रत्याशी आगे रहा और जब मतगणना समाप्त हुई तब तक भाजपा एक बड़े अंतर से जीत सुनिश्चित कर चुकी थी।
दमोह में जयंत मलैया की आंधी
जिले की विधानसभा दमोह में सबसे ज्यादा समय तक विधायक रहने बाले जयंत मलैया को वर्ष 2018 में हारने के बाद पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया था और इस बार उनकी वापसी धमाकेदार रही। जहां एक ओर उन्होने अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस के अजय टंडन को 51 हजार 628 मतों से हराया है। इसके अलावा चारों विधानसभा में भी उन्होने सबसे ज्यादा 1 लाख 11 हजार 449 मत प्राप्त किए है। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी रहे कांग्रेस के अजय टंडन को 59 हजार 821 मत ही प्राप्त हुए है।
हटा में उमादेवी खटीक का तूफान
आरक्षित सीट हटा में भाजपा की उम्मीदवार उमादेवी खटीक ने जिले की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। उमादेवी खटीक को चुनाव में कुल 1 लाख 6 हजार 129 मत प्राप्त हुए है। वहीं कांग्रेस के प्रदीप खटीक को 48 हजार 766 मतों से ही संतोष करना पड़ा और भाजपा प्रत्याशी 57 हजार 366 मतों से विजयी हुई है जो दमोह विधानसभा के किसी भी उम्मीदवार की सबसे बड़ी जीत है। उल्लेखनीय है उमादेवी खटीक इसके पूर्व वर्ष 2008 और वर्ष 2013 में भी भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीत अपने नाम कर चुकी है।
जबेरा में त्रिकोणीय मुकाबले ने बदले समीकरण
विधानसभा जबेरा में भाजपा उम्मीदवार धर्मेन्द्र सिह लोधी को भाजपा से बागी होकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीवार बनकर मैदान में उतरे विनोद राय का बड़ा फायदा मिला है और त्रिकोणीय संघर्ष के बीच उनके द्वारा कांग्रेस की जिन वोटो पर सेंधमारी की वह भाजपा के उम्मीदवार को बड़े मतों से जिताने में सफल रही। चुनाव में जहां भाजपा के धर्मेंद्र लोधी को कुल 71 हजार 770 मत प्राप्त हुए है वहीं कांग्रेस के प्रताप लोधी को 55 हजार 566 मत प्राप्त हुए है और भाजपा 16 हजार 204 मतों से विजयी हुई। वहीं इस त्रिकोणीय मुकाबले में गोंगपा के विनोद राय कांग्रेस प्रत्याशी से महज 3 हजार 312 मत से ही पीछे रहे और उन्हें भी 52 हजार 254 मत प्राप्त हुए है और मतगणना के दौरान दो बार वह दूसरे नम्बर पर आकर, कांग्रेस को तीसरे नंबर पर भेजने में कामयाब रहे।
पथरिया में कमजोर हुई बसपा से बदले हालात
पथरिया विधानसभा में त्रिकोणीय संघर्ष के जो हालात वर्ष 2018 में बने थे इस चुनाव में वह उतनी मजबूत नहीं दिखाई दिए और वर्ष 2018 की सबसे बड़ी पार्टी बसपा इस बार यहां तीसरे नंबर पर पहुंच गई। चुनावी परिणामों में भाजपा के लखन पटैल 82 हजार 246 मत लेकर कांग्रेस के प्रत्याशी राव बृजेन्द्र सिंह से 18 हजार 444 मतों से जीत सुनिश्चित की है। परिणामों में कांग्रेस के राव बृजेन्द्र सिंह को 63 हजार 819 मत प्राप्त हुए है। वहीं त्रिकोणीय मुकाबले के आसार के बीच पथरिया से वर्ष 2018 में विजयी हुई बसपा की रामबाई परिहार इस बार काफी पीछे दिखाई दी और इस राउंड तक उन्हें 29 हजार 233 मत प्राप्त हुए है।
अन्य उम्मीदवारों के बुरे रहे हालत
विधानसभा चुनाव में जहां भाजपा हर पार्टी और उम्मीदवार पर भारी साबित हुई है वही महेश कांग्रेस ही उसकी निकटतम प्रतिद्वंदी बन सकी है। जबेरा और पथरिया में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बसपा को छोड़ दें तो सारे जिले में अन्य पार्टियों और निर्दलीय के बुरे हाल रहे है और दर्जनों उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है।
विधानसभा क्षेत्र 54-पथरिया अंतर्गत इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी राव ब्रजेन्द्र सिंह को 63819 मत, बहूजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रामबाई सिंह को 29233 मत, भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लखन पटेल को 82246 मत, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के कल्लन कुर्मी को 2605 मत, आजाद समाज पार्टी (काशी राम) प्रत्याशी प्रियंका विकास रोशन (भीम आर्मी) को 479 मत, भारतीय जन मोर्चा पार्टी के प्रत्याशी डॉ मनोज विश्वकर्मा को 167 मत, जन अधिकारी पार्टी के प्रत्याशी लीलाधर कुश्वाहा को 622 मत, निर्दलीय प्रत्याशी चूरामन अहिरवार को 233 मत, निर्दलीय प्रत्याशी धनी भैया को 275 मत, निर्दलीय प्रत्याशी इंजीनियर नीलेश कुमार पटेल (कुर्मी) को 165 मत, निर्दलीय प्रत्याशी भागीरथ अहिरवार को 212 मत, निर्दलीय प्रत्याशी रावभूषण सिंह को 227 मत, निर्दलीय प्रत्याशी मुकेश रजक को 566 मत, निर्दलीय प्रत्याशी रिटायर्ड मेजर जनरल डॉ राजेन्द्र सिंह ठाकुर को 1708 मत, निर्दलीय प्रत्याशी विक्रम सिंह को 568 मत, निर्दलीय प्रत्याशी संजय सेठ सद्गुवां (भोलू) को 1405 मत, निर्दलीय प्रत्याशी संतोष सोनी को 1001 मत तथा नोटा को 708 मत प्राप्त हुये।
विधानसभा क्षेत्र 55-दमोह अंतर्गत इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी अजय कुमार टण्डन को 59821 मत, आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी चाहत पांडे को 2275 मत, भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जयंत मलैया को 111449 मत, बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी प्रताप रोहित (अहिरवार) को 3146 मत, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के प्रत्याशी दौलत सिंह लोधी को 2482 मत, समाज वादी पार्टी के प्रत्याशी द्रग पाल सिंह लोधी को 904 मत, पिछड़ा समाज पार्टी यूनाईटेड के प्रत्याशी नरेन्द्र/आचार्य पूरन सिंह लोधी को 86 मत, आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी नवीन बौद्ध को 674 मत, निर्दलीय प्रत्याशी अजय भैया को 139 मत, निर्दलीय प्रत्याशी अजय कुमार को 120 मत, निर्दलीय प्रत्याशी जयंत को 124 मत, निर्दलीय प्रत्याशी जयंत कुमार को 158 मत, निर्दलीय प्रत्याशी जयंत भैया को 306 मत, निर्दलीय प्रत्याशी निशांत पाठक “निक्की भैया को 811 मत, निर्दलीय प्रत्याशी राहुल को 427 मत, निर्दलीय प्रत्याशी राहुल भैया को 858 मत, निर्दलीय प्रत्याशी राहुल भैया को 659 मत, निर्दलीय प्रत्याशी रिचा पुरूषोत्तम चौबे “हरी ओम” को 173 मत, निर्दलीय प्रत्याशी शाहरूक खान मंसूरी (नेता जी) को 643 मत तथा नोटा को 517 मत प्राप्त हुये।विधानसभा क्षेत्र 56-जबेरा अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी धमेन्द्र भाव सिंह लोधी को 71770 मत, इंडियन नेशनल पार्टी के प्रत्याशी प्रताप सिंह को 55566 मत, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी विनोद राय को 52254 मत, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के प्रत्याशी डॉ. सुजान सिंह ठाकुर को 6070 मत, निर्दलीय प्रत्याशी धर्मेन्द्र सिंह को 473 मत, निर्दलीय प्रत्याशी प्रताप सिंह लोधी को 214 मत, निर्दलीय प्रत्याशी प्रताप भैया को 232 मत, निर्दलीय प्रत्याशी बसंत राय को 544 मत, निर्दलीय प्रत्याशी भगवान दास प्रजापति को 441 मत, निर्दलीय प्रत्याशी राघवेन्द्र सिंह को 619 मत, निर्दलीय प्रत्याशी विनोद भैया को 1451 मत, निर्दलीय प्रत्याशी विनोद जी भाईसाब को 754 मत तथा नोटा को 2008 मत प्राप्त हुये।
विधानसभा क्षेत्र 57-हटा (अजा) अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्रीमती उमादेवी लाल चंद्र खटीक को 106129 मत, इंडियन नेशनल क्रांगेस के प्रत्याशी प्रदीप खटीक को 48766 मत, बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी भगवानदास चौधरी को 19188 मत, समाज वादी पार्टी के प्रत्याशी अमोल चौधरी को 472 मत, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के प्रत्याशी ओमवती/संजय अठ्या को 1967 मत, निर्दलीय प्रत्याशी आकाश/लक्ष्मी कोरी को 339 मत, निर्दलीय प्रत्याशी कोदूलाल अहिरवाल को 319 मत, निर्दलीय प्रत्याशी देवराज सिंह सूर्यवंशी (अहिरवार) को 644 मत, निर्दलीय प्रत्याशी लाल चंद कश्यप (कोरी) को 814 मत तथा नोटा को 2179 मत प्राप्त हुये।
यह मतदाताओं और कार्यकर्ताओं की जीत- जयंत मलैया
वहीं ऐतिहासिक जीत के बाद भाजपा के प्रत्याशी जयंत मलैया ने मतदाताओं का आभार जताया और इसे आमजन और कार्यकर्ताओं की जीत बताया। उन्होने कहा कि वह चुनाव नहीं लडऩा चाहते थे, लेकिन पार्टी ने आदेश दिया तो उन्होने इसका पालन किया। कार्यकर्ताओं ने मेहनत की और जनता ने अपना आशीर्वाद दिया है जिसके चलते वह जीते है। उन्होने कहा कि सरकार की योजनाओं को लोगों ने पसंद किया और मोदी और शिवराज पर भरोसा इस जीत के रूप में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। वहीं उन्होने कहा कि अब वह क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करेंगे और पार्टी जो भी दायित्व देगी उसे स्वीकर करेंगे।
भाजपा की रीति और नीति की जीत- उमादेवी खटीक
इस जीत पर हटा की उम्मीदवार उमादेवी खटीक ने इस जीत को भाजपा की रीति और नीति को दिया और कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता कर्मठ है और जमीन से जुडक़र कार्य करते रहे है और इसके चलते वह इस जीत को प्राप्त कर सकी है। उन्होने कहा कि वह पहले भी क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करती रही है और इस बार भी वह क्षेत्र के विकास के लिए प्राथमिकता से कार्य करेंगी।