आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री करेंगे भूमिपूजन, जागेश्वर धाम के नाम पर होगा
दमोह। सागर नाका बाईपास पर प्रस्तावित बस स्टेंड का भूमिपूजन आज बागेश्वर धाम के पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर सरकार की उपस्थिति में होगा। लगभग ५ वर्षों पूर्व प्रस्तावित इस बस स्टेंड के निर्माण आज से शुुरू हो होगा और बताया जा रहा है कि नए बस स्टेंड का नाम जागेश्वर नाथ के नाम पर होगा। जागेश्वर धाम के नाम से से एक नई पहचान जुडऩे से लोगों में हर्ष है और हिंदूवादी संगठनों सहित धार्मिक गतिविधियों से जुड़े लोगों ने इसे एक अच्छा निर्णय बताया है। वहीं बस स्टेंड के निर्माण की शुरुआत के साथ ही फिर एक बार विरोध का दौर शुरु हो चुका है जिसके चलते शुक्रवार को जिला बस ऑपरेटर्स यूनियनें ने विधायक अजय टंडन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार का सौंपते हुए इस पर विरोध जताया और उनकी बात नहीं माने जाने पर आंदोलन की बात कही। उल्लेखनीय है कि वर्ष २०१८ के विधानसभा चुनावों के पूर्व नए बस स्टेंड का निर्माण प्रस्ताव सामने आया था जिसका उस समय भी बस संचालकों और स्थानीय व्यापारियों ने जमकर विरोध किया था और तत्कालीन वित्तमंत्री को भी वोटरों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को भुनाया था और वर्तमान स्थल पर ही बस स्टेंड होने की बात कही थी। ऐसे में अब आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व एक बार फिर उठती विरोध की लहर और समर्थन कितना असर डालेगें यह देखना होगा।
शहरी क्षेत्र में कम होगा यातायात
नए बस स्टेंड का समर्थन कर रहे लोग इसे रोजगार के आयाम और शहर विकास से जोड़कर देख रहे है। बस स्टैंड निर्माण 5 हेक्टेयर में प्रस्तावित है जिसमें 7.5 एकड़ में बस स्टैंड की सर्वसुविधा युक्तइमारत से साथ, सुपरमार्केट, होटल, गेमिंग जोन, ओपन टेरेस फू ड कोर्ट, बैंकिंग सुविधाओं के साथ 150 बसों की पार्किंग व सर्विसिंग व मैकेनिक क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए जगह होगी। इसके अलावा यहां 300 कार पार्किंग, 150 ऑटो रिक्शा पार्किंग, 48 बस ऑपरेटर कार्यालय, सार्वजनिक शौचालय, वातानुकूलित प्रतीक्षालय सहित एक्सलेटर जैसी सभी सुविधाएं होने के दावे किए जा रहे है। ऐसे में वर्तमान बस स्टेंड के हालातों को देख नए बस स्टेंड की परिकल्पना एक बड़ी सौगात नजर आती है।
बता रहे रोजी-रोटी पर संकट
वहीं दूसरी ओर बस स्टेंड का विरोध जता रहा तबका इससे कई समस्याओं को देख रहा है। नगर के बस ऑपरेटर और स्थानीय व्यापारियों की माने तो शहर के मध्य से हटाकर शहर के बाहर प्रस्तावित इस बस स्टेंड से यात्रियों को गैर जरूरी दूरी तय करना होगा। इसके अलावा वर्तमान में जहां बस स्टेंड से उतरते ही अस्पताल, कोर्ट व रेल्वे स्टेशन जो काफी कम दूरी पर है वह दूर हो जाएगें जिससे यात्रियों को अपने गंत्व्य तक जाने के लिए अतिरिक्तदूरी तय करनी होगी। इसके अलावा वर्तमान में जो व्यापारी बस स्टेंड पर अपना व्यापार करते है स्टेंड के नई जगह जाने से उनका व्यापार प्रभावित होगा और उनके सामने रोजी रोटी का संकट हो जाएगा।कांग्रेस ने विरोध को दी दिशाप्रस्तावित बस स्टेंड के विरोध करते हुए धरना पर बैठे कांग्रेसजनों ने अपने विरोध पर अपना पक्ष रखते हुए निर्माण को रोके जाने की मांग की है। जिला बस आपरेटर युनियन अध्यक्ष शंकरलाल राय ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जो नवीन बस स्टेण्ड का भूमि पूजन करने आ रहे है हम सब की उनसे प्रार्थना है कि वह मन की बात जान जाते है तो पुराने बस स्टेण्ड के गरीब व्यापारियों की बात भी जान लेगें और वह हमारे दर्ज को समझते हुए भूमिपूजन न करें। विधायक अजय टंडन ने कहा कि हमने सरकार में रहते हुए स्पष्ट किया था बस स्टेण्ड यही रहेगा। जिला कांग्रेस अध्यक्ष रतनचंद जैन ने कहा कि अभी ऐसी कोई जरूरत नहीं है जिसके लिए बस स्टेंड बाहर ले जाया जाए और इस कार्य के पूर्व स्थानीय व्यापारियों और बस संचालकों की राय लेना भी जरूरी था। वहीं बस आपरेटर युनियन के सचिव शमीम कुरैशी ने कहा नया बस स्टेन्ड बना तो हम सब बैठक कर अनिश्चित कालीन बसो के पहिये जाम कर देंगे। वहीं आज बस स्टेंड यूनियन बैठक आयोजित कर आगामी रणनीति तय करेगी।