सतानत संघ प्रमुख उपदेश राणा के नेतृत्व में हुआ प्रदर्शन, युवती को परिजनों को सौंपने के बाद धरना समाप्त
दमोह। जिले में एक बार फिर लव जिहाद से जुड़े मामलों को लेकर व्यापक चर्चा शुरु हो गई है और इसके चलते लोग आक्रोशित भी नजर आए। कुछ दिन पूर्व सामने आए एक इसी तरह के मामले को लेकर शनिवार को फिर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला जब सनातन संघ प्रमुख उपदेश राणा की उपस्थिति में जिले के हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारी और आमजनमानस ने स्थानीय अस्पताल चौक स्थित मानस भवन के सामने अपना विरोध जताते हुए आमसभा के साथ धरना दिया। विरोध जता रहे लोगों की मांग थी कि मामले में युवती को उसके परिजनों के तत्काल सुपुर्द किया जाए और आरोपी युवक को गिरफ्तार किया जाए। इस दौरान पुलिस प्रशासन की कार्यवाही के बीच युवती के वयानों के आधार पर देर शाम उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया और शेष कार्यवाही नियमानुसार किए जाने की बात की जा रही है।
घटना पर उठे सबाल
अपने पूर्व घोषणा को लेकर उपदेश राणा शनिवार दोपहर अपने काफिले के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। जहां अपने समर्थक और सहयोगियों के बीच उनके द्वारा एक आमसभा को संबोधित किया गया। इस दौरान उनके द्वारा इस घटना पर प्रश्र खड़े करते हुए कहा कि मामले ने शायद लोगों को यह सोचने मजबूर कर दिया होगा कि हम कहाँ जा रहे हैं और हमे जाना कहाँ था। इस घटना ने समाज पर विपरीत असर दिखाया और हिंदू समाज के प्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों ने इसकी निंदा की है। अच्छे बुरे के ज्ञान से वंचित नई पीढी का ऐसे कदम पर माँ बाप ही नहीं समाज़ को भी चिंतन करना होगा। उन्होने कहा कि सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा एक ज्ञापन भी कलेक्ट्रेट में सौपा गया जिसमें मामले को संज्ञान में लिया जाने और ऐसा ना होने पर आंदोलन की बात कही थी। उन्होने मामले को लव जिहाद जैसे विषयों से जोड़ते हुए यह आरोप लगाए कि कुछ चीजों को सोच समझ कर किया जाता है,परंतु कुछ शांत रहते है,कुछ एक कदम बढ़ाते है और कुछ तब तक विरोध करते है जब तक वह सही नहीं हो जाता है। हम कानून और संविधान को मानने वाले है। इसलिए हमारी मांग है कि युवक का आपराधिक रिकार्ड चैक किया जाए बच्ची को मां पिता के सुपुर्द किया जाए। इस दौरान लडक़ी की माँ ने भी यह जानकारी दी कि उनकी लडक़ी उनके साथ घर आना चाहती है।लिव इन रिलेशन अनुबंध को लेकर चर्चाइस मामले में घर से भागी हिंदू युवती व मुस्लिम युवक के बीच लिव इन रिलेशन को लेकर भोपाल में तैयार किए गए अनुबंध पर भी चर्चा और विरोध सामने आया। दरअसल मामले की कार्यवाही में यह सामने आया था कि युवक व युवती भोपाल में एक लिव इन रिलेशन की शर्तां से जुड़ा अनुबंध तैयार कराया था। ऐसे में संगठनों द्वारा इस तरह की घटनाओं को सुनियोजित षणयंत्र बताया और मामले की जांच के साथ कार्यवाही की मांग की और ऐसी घटनाओं पर गंभीर चिंतन की बात कही।
यह है मामला
दरअसल कुछ दिन पूर्व जिले से एक युवती एक युवक के साथ अपने घर से भाग गई थी। घटना को लेकर युवती के परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि युवक मुस्लिम समाज का है और वह उनकी पुत्री को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया है और इस दौरान युवती घर से कुछ सामान व रुपए भी चुरा कर ले गई है। इस संबंध में शिकायत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष किए जाने के बाद पुलिस ने युवती की तलाश करते हुए उसे अपनी अभिरक्षा में ले लिया था और उसके वयान दर्ज कराते हुए कार्यवाही प्रस्तावित की गई। कार्यवाही के दौरान वन स्टॉप सेंटर में एडीएम कोर्ट के आदेश से काउंसलिंग के लिए युवती को नगर के वन स्टॉप सेँटर में रखा गया था। काउंसलिग के दौरान युवती का पक्ष जाना गया और उसके द्वारा माता पिता के साथ जाने की बात कहने पर उसे उसके माता पिता के सुपुर्द कर दिया गया।