पथरिया रेलवे स्टेशन पर हो रहे कार्य के हालत
दमोह। प्रधानमंत्री अमृत भारत योजना के तहत पथरिया रेलवे स्टेशन निर्माण कार्य चल रहे है जिसमे ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता से खिलवाड़ शुरू हो गया। घटिया निर्माण सामग्री से पथरिया स्टेशन में यात्री सुविधा से जुड़े सिविल वर्क किए जा रहे हैं।
काली मिट्टी और लाल रेत का झोल
अमृत भारत योजना के तहत रेलवे क्वाटरर्स में जमीन बनाई जा रही हैं। जिसमे क्वाटर निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग का आरोप लगाया गया है। वही निर्माण कार्य मे घटिया सामग्री लगाई जा रही है। क्वार्टर में आँगन में पहले काली मिट्टी डाली जा रही हैं इसके बाद उस पर लाल रेत और घटिया सीमेंट लगाया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री लगाई जा रही है। निर्माण स्थल पर अधिकारी निरीक्षण नही करते है।
कार्यो को नहीं देख रहे जिम्मेदार
पथरिया रेलवे के अधिकतर कामों में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है रेलवे कर्मचारियों के लिए जो पुराने क्वार्टरों में निर्माण चल रहे हैं उसमे जम कर भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं लेकिन रेलवे के अधिकारी मौके पर जाकर निरीक्षण नहीं करते हैं जिसके कारण घटिया निर्माण किया जा रहा है। रेलवे के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नही दे रहे है।
संदेह के घेरे में कार्य
उल्लेखनीय होगा की रेलवे द्वारा ठेकेदारों मे माध्यम से रेल कर्मचारियों के आवास मेंटेन्स का कार्य करवाया जा रहा है जिसमे धांधली बरती जा रही है मेंटेन्स व निर्माण कार्य मे उपयोग ली जाने वाली रेत की जगह ठेकेदार लाल रेत उपयोग कर रहा है। जिससे उसकी क्वालिटी पर संदेह खड़ा हो रहा है। गिट्टी, सीमेंट और डस्ट क्या डाल रहे हैं और क्या नहीं, इसका कोई दायरा ही तय नहीं है। खास बात यह है कि इस पूरे निर्माण की मॉनीटरिंग करने वाला तक यहां कोई नजर नहीं आता। रेल्वे के आईओडब्ल्यू प्रभारी के जरिए होने वाले काम में सीधे तौर पर अनदेखी बरती जा रही है, जिस पर किसी का कोई जोर नहीं चल रहा। बल्कि बैसमेंट को क्वालिटी भी नहीं मिल पा रही है। इन स्तिथियों के चलते जब इंजीनियर शैलेन्द्र सिह का कहना हैं कि पुराने क्वार्टर के मेंटेनेंस को जबलपुर मंडल द्वारा देखा जाता है इसलिए वहीं से ही आपको जानकारी मिल सकेगी।