पुरुष मित्र के ससुराल पक्ष को फसाने, महिला ने रची झूठी कहानी

रजपुरा थाना क्षेत्र की लूट और दुराचार की घटना की सुलझी गुत्थी

दमोह। जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र में ३ अप्रैल की रात एक युवक व युवती के साथ हुई लूट व दुराचार के मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मुख्य मार्ग पर लूट के साथ महिला के साथ दुष्कर्म के चलते चर्चित हुआ मामला पूरी तरह झूठा निकला और घटना में खुद को पीड़ित बताने बाली महिला द्वारा अपने पुरुष मित्र के ससुराल पक्ष को झूठे मामले में फसाने के लिए यह कहानी रची गई थी।
शिकायत में  आरोपी बताए गए लोग उसके पुरुष मित्र के ससुर, साले व सास थी और इनके बीच पहले से मारपीट किए जाने का मामला पुलिस में दर्ज था। इन सबके चलतेपुरुष मित्र ने अपने ससुराल पक्ष से रंजिश और बदले की भावना से उन्हें  झूठे मामले में फसाने के लिए यह कृत्य किया ।

लूटा हुआ मोबाइल हो चुका था बंद

इस पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को मामले में जुड़े लोगों की मोबाइल लोकेशन से मदद मिली जिसमें शिकायतकर्ता और शिकायत में आरोपी बनाए गए लोग घटना के समय दूसरे मौके से दूर पाए गए। वहीं युवती द्वारा जिस मोबाइल की लूट बताई गई थी वह भी एक वर्ष पूर्व बंद हो चुका था। मामले में खुद को पीड़ित बताने वाली युवती रेखा कुशवाहा द्वारा पुलिस को दिए आवेदन में कहा गया था कि वह घटना दिनांक को को अपने भाई राहुल कुशवाहा के साथ बाइक से दोपहर २ बजे छतरपुर से भिलौनी के लिए रवाना हुई थी। पुलिस ने इस कथन की पुष्टी के लिए पुलिस द्वारा युवती के छतरपुर निवास के आसपास के लोगों से पूछताछ करते हुए उसके मोबाइल की सीडीआर से जानकारी ली तो सामने आया कि युवती घटना के 4 दिन पूर्व 30 मार्च को ही को छतरपुर से अपने मित्र नीरज कुशवाहा के साथ बाइक से चली गई थी। इसके बाद जांच को दिशा देते हुए जिस मोबाइल न बर को लूटा जाना बताया था उसका युवती के पिता के नाम पर पंजीकृत होना और एक वर्ष से उपयोग ना होने के चलते पूर्णत: बंद हो जाना सामने आया। इस आधार पर पुलिस को यह स्पष्ट हो गया कि युवती द्वारा दर्ज कराए गए कथनों में सच्चाई नहीं है।

आरोपी और शिकायतकर्ता दोनो ही मौके से दूर

युवती के कथनों के लगातार झूठे पाए जाने के बाद पुलिस ने मामले में लूट व दुराचार जैसे संगीन मामलों में आरोपी बताए गए रामेश्वर कुशवाहा व रामकली कुशवाहा, जगदंबा कुशवाहा, राहुल कुशवाहा के मोबाइल न बर की सीडीआर की जांच शुरू की। इस जांच में सामने आया कि मामले की तीन आरोपी जगद बा कुशवाहा, रामेश्वर कुशवाहा एवं रामकली की घटना दिनांक को लोकेशन घटना स्थलपर थी ही नहीं और इसमें जिसमें जगद बा कुशवाहा की लोकेशन ज मू कशमीर व रामेश्वर कुशवाहा व रामकली कुशवाहा की लोकेशन ग्राम विक्रमपुरा थाना गुलगंज पाई गई। इसके साथ ही इस घटना की शिकायत दर्ज कराने वाली रेखाबाई एवं नीरज कुशवाहा के मोबाइल नंबरों की सीडीआर की जांच करने पर सामने आया कि ३० मार्च को यह दोनो भिलौनी पहुँचे थे और उस दिन से घटना दिनांक तक यह भिलोनी में ही थे। वहीं इस दौरान में युवती के मित्र नीरज कुशवाहा की लोकेशन भी भिलौनी ही पाई गई

ससुराल से है विवाद

मामले के झूठा साबित होने के बाद जब पुलिस द्वारा इसके पीछे की वजह तलाशी गई तो सामने आया कि महिला का पुरुष मित्र जो पेशे से अधिवक्ता भी बताया जा रहा है, वह अपने ससुराल पक्ष को झूठे मामले में फसाना चाहता था। वहीं महिला का भी अपनी ससुराल पक्ष से भरण पोषण का विवाद चल रहा था और वह ससुराल में नहीं रह रही थी। ऐसे में महिला ने भी उसका साथ दिया और इस षणयंत्र में शामिल हो गई। पूर्व में भी महिला द्वारा फतेहपुर चौकी में अपने पुरुष मित्र के साथ उसके ससुराल पक्ष पर झूठी रिपोर्ट लिखवाने का प्रयास किया था लेकिन पुलिस पूछताछ के दौरान वह बगैर रिपोर्ट दर्ज कराए चली गई थी।

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