प्रसिद्ध शायर नैयर दमोही की संजो रहे विरासत
दमोह। अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त शायर नैयर दमोही के पुत्र प्रसिद्ध शायर ताबिश नैयर आज भारत वर्ष में उर्दू शायरी के हवाले से अपने पिता की तरह अपने नाम के साथ जिले व प्रदेश का नाम भी रौशन कर रहे है। दुष्यंत कुमार अवॉर्ड सम्मानित शायर ताबिश नैयर जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम प्रसंग हम सब एक शाम राजेश लखेरा के नाम आयोजित कवि सम्मेलन एवं मुशायरा कार्यक्रम में अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि और शायरों के साथ हिस्सा लिया। आयोजन में कवि राजेश कुमार लखेरा के काव्या संग्रह कोरोना का कहर के लोकार्पण के समारोह के अवसर पर प्रमुख शायरों के रूप में ताबिश नैयर नें अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कवि सम्मेलन एवं मुशायरा कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध शायर मन्नान फ़राज़ ने किया। इस अवसर पर अध्यक्षता इरफान झॉंस्वी ने की। शायरों में अजीम देवासी देवास डॉ. दीपशिखा छिंदवाडा डॉ. मकबूल जफर अली जबलपुर नबाब कौशर कवियित्री निर्मला परिहार डॉ. अरूणा पाठक रीवा कमर साकी धार जावेद नाज़ सहित अनेक कवि एवं शायरों ने शिरकत की।
जश्ने मौला सूफ़ी महफ़िल का भी बने हिस्सा
जश्ने मौला हुसैन कार्यक्रम जो जबलपुर के नये मोहल्ला में आयोजित 40 साल पहले मरहूम अलीम खान ने जिस प्रोग्राम की बुनियाद डाली थी जिसके बाद वही परंपरा को आगे बढ़ाया वरिष्ठ समाज सेवी मरहूम मुबीन खान के सिलसिला को आगे बढ़ाते हुए समाज सेवी पप्पू वसीम खान द्वारा आयोजित कार्यक्रम जश्ने मौला हुसैन की याद प्रोग्राम में अनेक प्रसिद्ध मौलानाओं के साथ मशहूर शायरों ने भी शिरक़त की और फ़ातिहा कार्यक्रम के बाद लंगर का आयोजन हुआ।