दस्तावेजों के दुरुपयोग से जुड़ा मामला, आयकर विभाग के नोटिस के बाद सामने आया फर्जीवाड़ा

दमोह। देश में आम नागरिकों के दस्तावेजों का दुरुपयोग कर नित नए फर्जीबाड़े सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक और मामला जिले के पथरिया थाना क्षेत्र में सामने आया है जिसमें हाथ ठेला पर अंडे बेचने के कार्य करने वाले एक व्यक्ति को आयकर विभाग ने नोटिस देकर करोड़ों के वित्तीय लेनदेन से संबंधित जानकारियां मांगी है। नोटिस मिलने के बाद संबंधित व्यक्ति और उसका परिवार सदमे में है क्योंकि जितनी धनराशि के लेनदेन की जानकारी उनसे चाहे गई है वह धनराशि उन्होंने सपने में भी नहीं देखी है। इस नोटिस के बाद पीड़ित की अपील पर जानकारों ने मामले में जानकारी जुटाई तो सामने आया है कि उसके दस्तावेजों के आधार पर दिल्ली में एक फर्जी कंपनी तैयार की गई थी जिसके द्वारा यह वित्तीय लेनदेन किए गए हैं। बहरहाल करोड़ों के वित्तीय लेनदेन से जुड़ा यह मामला सामने आने के बाद अब इसकी जांच किया जाना जरूरी हो गया है,जिसके चलते अब मामले को।लेकर पुलिस और आयकर विभाग को आवेदन देकर जांच की मांग की गई है।
यह है मामला
जानकारी अनुसार पथरिया के वार्ड क्रमांक 14 निवासी प्रिंस पिता श्रीधर सुमन अपने जीवन यापन के लिए हाथ ठेला पर अंडे बेचने का कार्य करता है। 20 मार्च 2025 के उसे दिल्ली आयकर विभाग से एक नोटिस प्राप्त हुआ। जिसमें 49 करोड़ 24 लाख 57 हजार 217 रुपए के वित्तीय लेनदेन का हिसाब मांगा गया था। आयकर अधिनियमि-1961 की धारा-133(6) के अंतर्गत दिए गए उस नोटिस में उससे वित्तीय वर्ष 2022-23 की आईटीआर एवं व्यवसाय का वार्षिक स्टेटमेंट खाता विवरण वर्ष 2022-23 वर्ष में क्रय की गई सामग्री के बिल बाउचर माल के परिवहन के दस्तावेज एवं वर्ष 2022-2023 का बैंक स्टेटमेंट की मांग की गई थी।फर्जी कंपनी बनाए जाने की बातकरोड़ों के लेनदेन संबंधी नोटिस प्राप्त होने के बाद प्रिंस सुमन और उसका परिवार सदमे में आ गया और किसी आशंका के चलते उन्होंने इसकी जानकारी पहचान के आयकर अधिवक्ता को दी। आयकर अधिवक्ता के द्वारा मामले की जानकारी जुटा जाने पर यह सामने आया कि किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा प्रिंस सुमन के पेनकार्ड एवं आधार कार्ड का उपयोग करते हुए प्रिंस इंटरप्राईज के नाम से एक फर्म का पंजीयन 07 दिसंबर 2022 को कराया गया है जिसका पता दिल्ली स्टेट, जोन 3 वार्ड 33 में दुकान क्रमांक डी 31, फ़्लाटेड फैक्ट्री झंडेवालान, फिटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स दिल्ली है।
दो वर्ष बाद फर्म हो गई बंद
जानकारी में आगे सामने आया की फर्म पंजीयन कराए जाने के बाद उक्त फर्म का फर्जी तरीके से जीएसटी नंबर भी लिया गया और संबंधित जीएसटी क्रमांक 07O COPS6227R1Z7 पर फर्जी तरीके से करोड़ों के वित्तीय लेनदेन कर फर्म को समाप्त भी कर दिया गया है। चूंकि मामला एक भारी भरकम वित्तीय लेनदेन से जुड़ा है जिसके चलते प्रिंस व उनके परिवार के द्वारा थाना प्रभारी पथरिया, पुलिस अधीक्षक दमोह,साईवर सेल दमोह, जीएसटीअधिकारी दमोह, आयकर अधिकारी दमोह, आयकर अधिकारी नरसिंहपुर, को आवेदन देकर शीघ्र जांच कराने की मांग की है।