बटियागढ़ के अंधे हत्याकांड का पुलिस ने सुलझाई गुत्थी
दमोह। जिले के बटियागढ़ थाना क्षेत्र में २४ अप्रैल को बड़ी चड़ाई के जंगलों में मिले युवक की रक्त रंजित शव के बाद पुलिस ने हत्या के इस मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है और इसके पीछे मृतक के सगे छोटे भाई द्वारा अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर बीमा राशि सहित पैतृक जमीन के लिए हत्या किया जाना सामने आया है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है।
संदेह पर हुई थी पूछताछ
मामले के संंबंध में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने सुरेंद्र सिंह पिता मुकुन्द सिंह निवासी ग्राम अगारा की टपरिया का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी जिसके बाद पुलिस एवं एफएसएल टीम के द्वारा मौके पर पहुँचकर घटना स्थल एवं शव का निरीक्षण किया गया, जिसमें प्रथम दृष्टया मृतक की आ र्स फायर से गोली मारकर हत्या करना पाया गया। मामले में मृतक के चचेरे भाई साहब सिंह निवासी अगारा की टपरिया की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के पर मामला दर्ज कर जांच शुरु की थी और मामले में इनाम भी घोषित किया गया था। जांच के दौरान मृतक के मोबाईल नंबर की कॉल रिकाड्र्स परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर मृतक के छोटे भाई आरोपी वीरेंद्र सिंह पिता मुकुंद सिंह लोधी उम्र 30 वर्ष पर संदेह होना पाया गया। जिसके बाद पुलिस द्वारा आरोपी से मामले मेें सघन पूछताछ की गई तो उसके द्वारा अपने साथी आरोपी भान उर्फ चंद्रभान सिंह पिता चंदन सिंह लोधी उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम धौराज थाना बटियागढ़ के साथ मिलकर अपने बड़े भाई सुरेंद्र सिंह की हत्या करना स्वीकार किया गया।
मृतक परिवार पर कर रहा था कर्जा
मामले में यह भी जानकारी सामने आई है कि मृतक सुरेंद्र सिंह शराब एवं गाँजा पीने का आदि था जिससे वह घर पर आए दिन विवाद करता रहता था और उसके चलते परिवार में कर्ज के हालात बन गए थे। जिसके चलते आरोपी ने हत्या की योजना बनाई और उसके द्वारा करीब ७ माह पहले मृतक व उसकी भाभी की एक बीमा पॉलिसी कराई गई और किश्त खुद भरने लगा। आरोपी की मंशा थी कि भाई की मौत के बाद उसे बीमा की रकम मिल जाएगी और पैतृक जमीन भी सिर्फ उसकी होगी। इसके बाद उसके द्वारा 22 अप्रैल को अपने साथी भान सींग के साथ मिलकर बड़ी चड़ाई के पास स्थित जंगल में अपने भाई सुरेद्र सिंह व भान सींग के साथ शराब पी और मौका देखकर भाई को अपने साथ में लिये बारह बोर के कट्टे से गोली मार दी और उसके बाद पुष्टी के लिए उसके द्वारा मृतक का तौलिये से गला भी दबाया गया।
फेक दिया मोबाइल
संदेह से बचने के लिए आरोपियों द्वारा सुरेंद्र का मोबाईल फेंकते हुए कट्टे को भी छिपा दिया गया और फिर दोनो अपने घर चले गए, फिर अगले दिन माँ को भेजकर अपनी भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपियों की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त बारह बोर का देशी कट्टा, एक जिंदा कारतूसए घटना स्थल तक आने जाने मे प्रयुक्त बाइक बीमा पालिसी एवं रसीद को भी जप्त किया है। पुलिस कार्यवाही में एसपी राकेश कुमार सिंह के मार्गदर्शन एएसपी शिवकुमार सिंह तथा एसडीओपी आरपी रावत के नेतृत्व में थाना प्रभारी बटियागढ़ सोनाली जैन, पीडी दुबे, पूरन सिंह, प्रधान आरक्षक नर्मदा पटैल,सौरभ टण्डन, राकेश अठ्या, आरक्षक अक्षय मिश्रा, पवन तिवारी, संकेत तिवारी, पवन यादव, हरिसिंह की भूमिका रही।