घर में नए मेहमानों के आने पर पुराने नेताओं को नहीं होनी चाहिए कोई आपत्ति – गोपाल भार्गव

पूर्व मंत्री ने जिला कार्यालय में गिनाई राज्य और केंद्र की उपलब्धियां

दमोह। लोकसभा चुनावों के बाद भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर जनता के बीच जाकर अपनी सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों को आमजन को बताने में जुट गई है। इसी क्रम में जिला भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व मंत्री और रहली विधानसभा के विधायक पंडित गोपाल भार्गव ने पत्रकारों को संबोधित किया और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा आमजन के लिए किए जाने वाले कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि मेरे देखते ही देखते राज्य के विकास पर होने वाले खर्च का बजट 10 गुना से ज्यादा हो चुका है जिसकी शायद मैं भी कल्पना नहीं की थी। इस दौरान उनके द्वारा रोजगार और भ्रष्टाचार जैसे मामलों पर भी अपनी बात रखी गई। हालांकि उनके द्वारा पार्टी में आ रहे दूसरी पार्टी के लोगों को पद दिए जाने की स्थिति पर सवाल किए जाने पर उनके द्वारा इस पार्टी की सोच और निर्णय का हवाला देकर टाल दिया गया।

विधायक रहते जो संभव है वही करूंगा

प्रदेश में मौजूदा स्तर पर राजस्व की प्राप्तियां, रोजगार सृजन, जिले की आपराधिक घटनाओं सहित पंचायती राज में फैले भ्रष्टाचार की पर सवाल पूछे जाने पर उनके द्वारा कहा गया कि इन सबके लिए अलग-अलग एजेंसियां और अलग-अलग योजनाएं चल रही हैं जो अपना काम कर रही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनकी अपनी सीमाएं है और फिलहाल वह विधायक पद पर ही है इसीलिए आपके द्वारा उठाए जा रहे मुद्दों पर मुख्यमंत्री को पत्राचार कर अवगत ही कर सकता हूं और विधानसभा सत्र समाप्त हो चुका है और विधानसभा सत्र होता तो वहां पर भी अपनी बात रखना क्योंकि इस पद पर रहते हुए जो मेरे अधिकार क्षेत्र में है इसका प्रयास ही मैं कर सकूंगा।

भाजपा एक मैग्नेट है जिसमें सब आ रहे है

पार्टी के विषय पर बात रखते हुए गोपाल भार्गव ने यह भी कहा की वर्तमान में भाजपा का व्यक्तित्व मैग्नेट की तरह है की हर कोई यहां खिंचा चला आ रहा है। उनकी इसी बात पर भाजपा में पिछले कुछ समय से कांग्रेस व अन्य दलों को छोड़कर पार्टी में शामिल हो रहे लोगों का विशेष ध्यान रखा जाने और कई नेताओं को पार्टी द्वारा महत्वपूर्ण पद भी दिए जाने पर सवाल पूछे जाने पर उनके द्वारा सिर्फ यही कहा गया की पार्टी में यदि नए मेहमान आते हैं तो पुराने नेताओं को इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। वहीं उनके द्वारा ही कुछ दिन पूर्व दूसरी पार्टी से आए नेता को मंत्री पद दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए खुद को 15 हजार दिनों से अधिक विधायक होने की बात कहे जाने जाने पर प्रश्न पूछा गया तो उनके द्वारा सिर्फ इतना ही कहा गया कि पिछले 41 वर्षों से जनप्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहा हूं और यदि आप इसे जोड़े तो संभवत इतने ही दिन हो जाएंगे और यह मैंने अपने इतने वर्षों के अनुभव को बताने के लिए कहा था। इतना लंबा समय किए गए कार्य, लोगों के विश्वास और संगठन के सहयोग से ही संभव है जो कम नहीं होता। इस दौरान विशेष रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी, उपाध्यक्ष रमनखत्री, कोषाध्यक्ष सुरेश पटेल, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के श्याम शिवहरे, मीडिया प्रभारी राघवेंद्र परिहार, महेंद्र जैन, संजय सेन की उपस्तिथि रही।

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