नगर के हकगंज बरांडा में की गई कार्यवाही, प्रशासन पर लगे आरोप
दमोह। सागर जिले में पिछले दिनों एक जर्जर दीवार गिरने और उसमें आठ मासूमों की मौत होने के बाद प्रदेश सरकार की ओर से प्रशासन को जर्जर भावनाओं को चिन्हित करने और उन पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने इन निर्देशों पर अमल भी करना शुरू कर दिया है और जिले में अनेक भवनों पर जर्जर होने के सूचना और चेतावनी चस्पा किए जाने लगे हैं। पिछले दिनों पथरिया में भी एक पुराने निर्माण को जर्जर और खतरनाक होने पर गिराया गया था।
इसी क्रम में नगर में भी रविवार को हकगंज बरांडा में 3 मंजिला इमारत को प्रशासन द्वारा पोकलेन की मदद से गिराया गया। वहीं प्रशासन की कार्यवाही उपरांत कुछ लोग कार्यवाही को लेकर अपना विरोध जताने मौके पर पहुंचे जिसके चलते वहां तनाव की स्थिति बन गई। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और विरोध जाता रहे व्यक्ति और उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों के आरोप प्रत्यारोप के बीच मामला शांत हुआ।
130 साल पुराना था भवन
प्राप्त जानकारी अनुसार हकगंज बरांडा में प्रमोद पिता प्रेमचंद कपाड़िया के नाम एक भवन था जो करीब 130 साल पूर्व निर्मित बताया जा रहा था। इस भवन में दो प्रिंटिंग प्रेस, एक अनाज दुकान सहित कुछ लोग अपना रहवास होने का दावा कर रहे थे। उक्त भवन को नगर पालिका और पीडब्ल्यूडी के सर्वे में जर्जर पाते हुए उसे गिराए जाने की आदेश जारी किए गए थे और इस संबंध में सूचना चस्पा करने के साथ-साथ मकान स्वामी को नोटिस भी जारी कर दिए गए थे। उक्त कार्रवाई के लिए प्रशासन ने शनिवार का दिन निर्धारित किया था लेकिन जब शनिवार को अमला वहां पर कार्यवाही के लिए पहुंचा तो उक्त मकान में अपनी दुकानें संचालित करने वाले लोगों ने इसका विरोध जताया और अपना सामान रखा होने और सूचना न दिए जाने की बात कही। उक्त आधार पर सभी को 24 घंटे का समय दिया गया और कार्यवाही रविवार को प्रस्तावित की गई।
रविवार को तैयारी के साथ पहुंचा अमला
कार्यवाही के दूसरे दिन रविवार को पुलिस प्रशासन और नगर पालिका का अमला अपनी पूरी तैयारी के साथ मौका स्थल पर पहुंचा। इस दौरान मौके पर जेसीबी,पोकलेन,एम्बुलेंस और क्रेन बुलाई गई और साथ ही साथ उक्त क्षेत्र को बैरिकेडिंग करते हुए पुलिस की तैनाती वहां पर की गई। इसके बाद जर्जर मकान को जमींदोज करने का काम शुरू किया गया और करीब 3 घंटे की कार्यवाही के बाद उक्त मकान को गिराया गया।
कार्यवाही के बाद विरोध जताने पहुंचे लोग
माना जा रहा था कि शनिवार के बाद रविवार को भी कार्यवाही के दौरान विरोध की स्थिति बन सकती है लेकिन मौके पर पहुंचे अमले को ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिली। हालांकि दुकानों पर कुछ सामान रखा होने की स्थिति के चलते अमले में मौजूद कर्मचारियों ने उक्त सामान को उठाकर बाहर रख दिया और कार्यवाही शुरू कर दी। कार्यवाही समाप्त होने के बाद मौके पर अचानक कुछ लोग पहुंचे और उनके द्वारा कार्यवाही का विरोध जताना शुरू कर दिया। जहां कुछ लोग कार्यवाही की सूचना न होने का दावा कर रहे थे नहीं कुछ लोगों का यह भी कहना था कि प्रशासन ने जर्जर मकान के सिर्फ अगले हिस्से को गिराने की बात कही थी और बाद में पिछला हिस्सा भी गिरा दिया जिसके चलते उन्होंने अपना सामान नहीं उठा सके। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना था की गिराए गए मकान के मलबे में उनके घर के सामान भी दब गया जिससे उनका नुकसान हुआ है। इन सब के बीच वहां पर गहमा गहमी की स्थिति पैदा हो गई और मौके पर कोतवाली पुलिस को आना पड़ा। कार्यवाही के दौरान मौके पर एसडीएम आरएल बागरी,तहसीलदार मोहित जैन, सीएसपी अभिषेक तिवारी, कोतवाली थाना प्रभारी आनंद सिंह ठाकुर, आरआई अभिषेक जैन, आरआई गौरी, आरआई सुरेश खटीक, प्रभारी सीएमओ ऋतु पुरोहित सहित पीडब्ल्यूडी, नगर पालिका और पुलिस महकमे की उपस्तिथि रही।
कार्यवाही के दौरान गर्म रहा चर्चाओं का बाजार
जहां एक और उक्त कार्यवाही जर्जर भवन और खतरे की आशंका देखते हुए बताया जा रहा था, वहीं दूसरी ओर इस कार्यवाही को लेकर कई प्रकार की चर्चाओं का बाजार भी गरम रहा। सुगबुगाहट यह थी कि उक्त भवन के स्वामी और मौजूद किराएदारों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था और मामला न्यायालय में भी जा चुका था। ऐसे में विवाद की स्थिति के चलते मकान स्वामी ने प्रशासन के साथ मिलकर उक्त मकान को जर्जर घोषित करवाते हुए गिरवा लिया ताकि उक्त जमीन खाली हो जाए। दूसरी ओर चर्चा यह भी थी कि मकान खाली करवाने को लेकर मकान मालिक और किराएदारों के बीच लेनदेन कर सहमति बनाए जाने के प्रयास लंबे समय से किया जा रहे थे, लेकिन वह सफल नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में प्रशासनिक कार्रवाई की स्थिति बनाकर मकान मालिक ने कुछ किराएदार उसके सुलह भी कर ली और उसके बाद मकान गिरवा दिया जहां पर नए तरीके से निर्माण कराया जाएगा।
अन्य इमारतों को कार्यवाही का इंतजार
लोगों के बीच इस तरह की चर्चाओं के बीच अब देखना यह होगा की नगर के दूसरे मकान पर प्रशासन कब कार्यवाही सुनिश्चित करता है बताया जा रहा है कि नगर में ऐसे कई मकान चिन्हित किए गए हैं जो टोपी लाइन सहित महाकाली चौराहा और नगर के अलग-अलग कई स्थानों पर हैं अब उक्त मकान पर कब और किस प्रकार कार्यवाही होगी यह देखना होगा।