उद्यमी सम्मेलन और स्वदेशी परिधान रहे आकर्षण का केंद्र
दमोह। शहर के तहसील मैदान में स्वर्णिम भारत फाउंडेशन के द्वारा आयोजित किया जा रहे 11 दिवसीय स्वदेशी मेला महोत्सव में प्रतिदिन रंगारंग मंचीय प्रस्तुतियों के साथ स्वदेशी और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं. इसी क्रम में मेला के सातवें दिन बुधवार को आयोजन समिति के द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उद्यमिता समागम कार्यक्रम में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रजातंत्र गंगेले, प्रताप पटैल, नरेंद्र बजाज, व्यवस्थापक मनोहर पथरोल, श्रीमती अंशु, सुनीता गुप्ता, सुनील जी सागर विशेष रूप से मौजूद हैं. इस दौरान समागम में शामिल हुए युवा उद्यमियों ने बुंदेलखंड क्षेत्र में विभिन्न रोजगारों को लेकर अपने विचार रखे और साथ ही साथ आगामी समय में क्षेत्र में नए और बेहतर रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर अपनी योजनाओं को साझा किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वरोजगार की ओर आकर्षित करने सहित दूसरों के लिए भी रोजगार उपलब्ध करने के लिए सक्षम बनाना था। अंत में सभी उद्यमियों का तिलक वंदन, अंग वस्त्र व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन रश्मि वर्मा, जुगल अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में मेला संयोजक डॉ सोनल राय, मेला पालक दीपक तिवारी, सागर जिला सह संयोजक सुनील, सह संयोजक राम पटेल, सौरभ दुबे, अमर सिंह राजपूत, रिंकेश साहू की उपस्थिति रही।
सांसद की उपस्थिति में सांस्कृतिक कार्यक्रम
इसी कड़ी में देर शाम आयोजित किया जा रहे मंचीय कार्यक्रमों में बुधवार को लोकसभा क्षेत्र दमोह के सांसद राहुल सिंह लोधी मुख्य अतिथि, अध्यक्षता पूर्व विधायक सोना बाई, विशिष्ट अतिथि बलवीर सिंह सलूजा, राजेंद्र सिंह बग्गा, सोनू सोधिया, कल्पित साहू, डॉक्टर सोनल राय, प्रदीप राजपूत, समीक्षा जैन, राजीव अयाची, मनु मिश्रा, संदीप खरे के द्वारा दीप प्रज्वलन कर सांस्कृतिक गतिविधियों की शुरुआत की।
इस दौरान राहुल सिंह लोधी ने मेला की तारीफ की और इसे मजबूत राष्ट्र की दिशा में एक प्रयास बताया। सांस्कृतिक गतिविधियों के क्रम में सरस्वती शिशु मंदिर की नन्ही बालिकाओं द्वारा पिता के स्नेह और महत्व को बताते हुए एक भावपूर्ण प्रस्तुति दर्शकों के सामने प्रस्तुत की गई,जिसका निर्देशन रंगकर्मी पंकज चतुर्वेदी के द्वारा किया गया था। इसके बाद स्वदेशी परिधान के महत्व को दर्शाते हुए नारी -गौरव की प्रस्तुति दी गई, जिसमें आयोजन समिति में शामिल महिलाओं ने स्वदेशी वस्त्रों पर आधारित खादी के उन्नयन पर अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंत में भजन प्रतियोगिता के साथ रहली के दिव्यांग बच्चों द्वारा उमेश वेद के नेतृत्व में मोनिया नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई।मेला में पारंपरिक गीत भजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान भजन प्रभारी श्रीमति नीता मिश्रा, अलका शर्मा, सविता गुप्ता रही. इस कार्यक्रम की जज श्रीमती शोभा जैन, श्रीमती अंजू खत्री व कीर्ति वर्मन रहीं. श्रीमती ऋतु अग्रवाल प्रतियेगिता संयोजिका सहित डॉ मोनिका पालीवाल मौजूद रही।
हनुमान लीला ने लोगों का मन मोहा
इसके पूर्व मंगलवार को स्वदेशी मेला के मंच की प्रस्तुति में युवा नाट्य मंच द्वारा संगीतमय हनुमान लीला का मंचन किया गया। भगवान श्री हनुमान के जीवन चरित्र उनकी लीलाओं और आमजन के जीवन में उनके उनके चरित्र की विशेषता को दिखाती हनुमान लीला में 30 से अधिक कलाकारों ने विभिन्न भूमिकाओं के माध्यम से मेले में आए अतिथियों और दर्शकों का मन मोह लिया। हनुमान लीला में बाल हनुमान के चरित्र चित्रण से लेकर महाकाव्य रामायण की चुनिंदा घटनाओं को मंच पर संगीत और अभिनय के माध्यम से उतरा गया। जिसने श्री हनुमान को प्राप्त हुई शक्तियां, हनुमान और श्री राम का मिलन, श्री राम की अयोध्या वापसी और राम दरबार का चित्रण मनभावन और मनमोहक था। राम के वनवास से अयोध्या वापस लौटने वाले दृश्य में उपस्थित दर्शकों और अतिथियों ने ही पुष्प वर्षा कर प्रभु श्री राम माता सीता भगवान हनुमान सहित लक्ष्मण का स्वागत किया।
श्री हनुमान लीला निर्देशक राजीव अयाची, संगीत संयोजन किशन राय, लेखक योगेश त्रिपाठी, सहयोग जनजातीय कला व बोली विकास अकादमी भोपाल रही. श्री हनुमान लीला में विशेष रूप से अधिवक्ता अनिल खरे, देवेश श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, राजेश खरे, बृजेंद्र राठौर, वैभव नायक, एडवोकेट मनीष नगाइच, अमृता जैन, पंकज चतुर्वेदी, शिवानी वाल्मीकि, दीक्षा सेन, लक्ष्मी शंकर रघुवंशी, पारस गर्ग, नयन खरे, अनुनय व अनुभव श्रीवास्तव, अभय खरे, देवांश सिंह राजपूत, ऋषि खरारे, विवेक गर्ग, वैष्णवी चौरसिया,नैंसी गुप्ता, रिया यादव, प्रिया यादव,अपूर्वा अयाची, आयूषी अयाची, पीहू अयाची, सानिध्य खरे और टीम का विशेष योगदान रहा।
आज की प्रस्तुतियां
स्वदेशी मेले में गुरुवार को होने वाले मंच के कार्यक्रमों की श्रृंखला में अनहद कला केंद्र से बच्चों की प्रस्तुतियां सहित लोकेंद्र ग्रुप अपनी प्रस्तुति देगा। इस दौरान स्थानीय कलाकार भी मंच के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। अन्य आयोजनों में सामाजिक खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन मैदान परिसर में किया जाएगा.